पटना: बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. हालांकि, कई राज्यों से बिहार की हालत बहुत बेहतर है. बावजूद इसके आरजेडी नेता भाई वीरेन्द्र ने बड़ा आरोप लगाया है. उनका कहना है कि सरकार बृहद पैमाने पर जांच नहीं करवा रही है. जिसकी वजह से मरीज अधिक संख्या में नहीं मिल रहे हैं. यह सरकार की नाकामी है. कोरोना से लड़ाई के लिए जरूरी है कि अधिक से अधिक लोगों की जांच हो.
जांच हो तो मरीजों की संख्या बढ़ेगी- राजद
बिहार में 8297 सैंपल की जांच हुई है, जिसमें 72 मरीज अब तक पॉजिटिव मिले हैं. बिहार में अधिकांश मरीज सिवान, मुंगेर, बेगूसराय, नालंदा, गया और पटना से ही मिले हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें आधे से अधिक ठीक हो चुके हैं. इसके बावजूद आरजेडी के वरिष्ठ नेता भाई वीरेंद्र बातचीत में आरोप लगा रहे हैं कि सरकार कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में अब तक नाकाम रही है.
उनका कहना है कि जिनती बड़ी आबादी प्रदेश की है, उस हिसाब से बड़े पैमाने पर जांच कार्य नहीं हो रहा है. जिसकी वजह से मरीजों का सही आंकड़ा सामने नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जरूरी है जांच अधिक से अधिक हो, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है.
'दूसरे राज्यों से जांच कराने में हम पीछे'
आरजेडी की ओर से लगातार इस तरह के आरोप लग रहे हैं कि दूसरे राज्यों की तुलना में बिहार में कोरोना संक्रमित मरीज कम मिले हैं, इसका बड़ा कारण कम संख्या में हो रही जांच है. चिकित्सा क्षेत्र के लोग भी कह रहे हैं कि जितने बड़े पैमाने पर जांच होनी चाहिए उसमें हम अभी पीछे हैं. वैसे देखा जाए तो अब तक बड़ी संख्या में विदेश से आए लोगों की भी जांच पूरी नहीं हुई है, मरकज के लोग भी छुपे हुए हैं.
हालांकि सरकार ने कोरोना संक्रमित जगहों को चिन्हित कर अब स्क्रीनिंग शुरू कर दी है. कई जगहों पर जांच शुरू हो गई है. जहां पहले केवल आरएमआरआई में जांच होती थी, वहीं, अब आईजीआईएमएस, पीएमसीएच, मुजफ्फरपुर मेडिकल कॉलेज, दरभंगा मेडिकल कॉलेज में भी जांच होने लगी है.