पटना: बिहार की राजधानी पटना का पारा इस गर्मी में भी उतनी तेजी से नहीं बढ़ा होगा, जितनी तेजी से यहां का सियासी तापमान उपेंद्र कुशवाहा के गृहमंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मुलाकात के बाद बढ़ गया. दिल्ली में गृह मंत्री से मुलाकात पर आरजेडी ने हमला करते हुए कहा है कि उपेंद्र कुशवाहा जब से जदयू और राजद के बीच डील की बात करते थे तो हम लोग पहले ही बोल रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा BJP को दिल दे बैठे हैं. अब वह बताएं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद उनकी क्या डील हुई है.
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बीजेपी का बिहार में नहीं खुलेगा खाता: यह बात सबको पता है कि बीजेपी जिस तरह से भयभीत है. 2024 में बिहार से बीजेपी का खाता नहीं खुलेगा. इसको लेकर बीजेपी सभी पार्टियों के द्वारे-द्वारे नगरी-नगरी भटक रही है और सब से मिल रही है. इससे क्या होगा. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह आजकल अपने मंत्रालय पर कम और बिहार में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है. बिहार की जनता का दिल और डील नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ है. बाकी कोई लोग मिलते जुलते रहे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उपेंद्र कुशवाहा और बीजेपी के मिलने से महागठबंधन पर क्या फर्क पड़ेगा इस पर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि इससे हम लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. लोकतंत्र में जनता से फर्क पड़ता है और जनता का गठबंधन हम लोगों के साथ है.
"गृह मंत्री अमित शाह आजकल अपने मंत्रालय पर कम और बिहार में ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इससे कोई फायदा होने वाला नहीं है. बिहार की जनता का दिल और डील नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के साथ है. बाकी कोई लोग मिलते जुलते रहे उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. इससे हम लोगों पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. लोकतंत्र में जनता से फर्क पड़ता है और जनता का गठबंधन हम लोगों के साथ है" - मृत्युंजय तिवारी, प्रवक्ता आरजेडी
डरी हुई है बीजेपीः मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी अगर भयभीत नहीं होती तो रोज नए-नए एक्सपेरिमेंट नहीं करती. बीजेपी का एक्सपेरिमेंट यह बता रहा है कि अमित शाह बीजेपी के चाणक्य माने जाते हैं. उनको पता है कि इस बार बीजेपी का खाता भी बिहार में नहीं खुलेगा. आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि 37 सीटों पर महागठबंधन जीतेगी और 3 सीटों पर कांटे की टक्कर होगी. पूरे देश में जो सर्वे हुआ है बिहार का असर उत्तर प्रदेश समेत कई प्रदेशों में भी दिख रहा है. बीजेपी को इस बार 2024 के चुनाव में 100 सीट भी मिलना मुश्किल है. इसलिए बीजेपी का पूरा फोकस और ध्यान बिहार पर केंद्रित है.