पटना: जदयू के पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने हजारीबाग में एक सभा दौरान विवादित बयान दिया था. इसको लेकर अब बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. यहां तक कि राष्ट्रीय जनता दल ने भी बलियाली की भाषा को आतंकी भाषा बताया है.
आरजेडी ने की बलियावी पर कार्रवाई की मांग: आरजेडी ने जदयू नेता पर हमला करते हुए कहा कि जिस तरह का बयान बलियावी ने झारखंड में दिया है, वह कहीं से भी उचित नहीं है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल सभी धर्म सभी वर्ग के लोगों का सम्मान करती है. महागठबंधन में जनता दल यूनाइटेड भी है. जनता दल यूनाइटेड के नेता ने गुलाम रसूल बलियावी के बयान को देखा होगा, हम मानते हैं कि जेडीयू ऐसे बयानवीरों पर लगाम लगाने में सक्षम है.
"भाषाई आतंक किसी को भी नहीं फैलाना चाहिए. राजनेताओं को इस तरह का बयान देने से परहेज करना चाहिए. कोई भी सभ्य समाज और राजनीतिक दल ऐसे बयान का समर्थन नहीं कर सकता है. जेडीयू का नेतृत्व इस पूरे मामले पर जरूर संज्ञान लेगा."- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
'जेडीयू ऐसे बयानों पर रखे नजर': आरजेडी का कहना है कि गुलाम रसूल बलियावी हजारीबाग में बोल रहे थे. उन्हें पता होना चाहिए कि वैसे बयान देने वालों पर भारतीय जनता पार्टी ने भी कार्रवाई की थी. फिर क्या कारण है कि उन्होंने इस तरह का बयान दिया? पार्टी को ऐसे बयान देने वाले लोगों पर नजर रखनी चाहिए
गुलाम रसूल बलियावी का विवादित बयान: दरअसल गुरुवार को बिहार जेडीयू के नेता मौलाना गुलाम रसूल हजारीबाग के दौरे पर आए थे. इस दौरान एक सभा में उन्होंने बीजेपी से बर्खास्त नेता नुपूर शर्मा के खिलाफ जमकर आग उगला. अपने भाषण में खूब भड़काऊ शब्दों का प्रयोग किया. जेडीयू नेता ने कहा कि अगर हमारे आका की इज्जत पर हाथ डाला तो शहरों को कर्बला बना दिया जाएगा.