पटना: अपने बयानों के जरिए विवादों में रहने वाली अभिनेत्री कंगना रनौत ( Actress Kangana Ranaut ) एक बार फिर अपने बयान से सुर्खियों में हैं. कंगना रनौत इस बार आजादी को लेकर दिए बयान से मुश्किलों में घिरती नजर आ रही है. वहीं, राजधानी पटना में एक बार फिर से पोस्टर वार (Poster War) शुरू हो गया है. राजद (RJD) ने कंगना के टिप्पणी के विरोध में एक पोस्टर (RJD poster) जारी किया है. युवा राजद की तरफ से लगाए गए इस पोस्टर में पूछा गया है कि 'जो शहीदों का अपमान कर रही है उसे पद्मश्री सम्मान कैसे मिला'.
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राजद दफ्तर के बाहर लगाए गए इस पोस्टर में हालांकि काफी शाब्दिक गलतियां हैं. लेकिन पोस्टर के मिजाज से यह साफ है कि कंगना रनौत के आजादी वाले बयान को लेकर राजद के युवा प्रदेश महासचिव ऋषि यादव ने ना सिर्फ कंगना रनौत, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के अलावा राष्ट्रपति तक पर हमला बोल दिया है.
पोस्टर में फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत की आजादी वाले बयान का जिक्र किया गया है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कंगना रनौत के बयान पर कहते हुए दिखाया गया है कि 'तुम अपने बयान से हर बार मेरे दिल को जीत लेती हो ऐसा हुनर कहां से सीख लेती हो.' इसके अलावा उत्साह को राष्ट्रपति से पूछते हुए दिखाया गया है कि 'अगला पुरस्कार कौन सा दीजिएगा.'
दरअसल, कंगना रनौत ने एक टीवी चैनल पर इंटरव्यूह के दौरान उन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बारे में सावरकर, लक्ष्मीबाई और नेताजी बोस को याद करते हुए कहा, 'ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, लेकिन यह हिंदुस्तानी खून नहीं होना चाहिए. वे इसे जानते थे. बेशक, उन्हें एक पुरस्कार दिया जाना चाहिए. वह आजादी नहीं थी, वो भिक्षा थी. हमें 2014 में असली आजादी मिली है. उनके इस बयान को लेकर कंगना राणावत को सोशल मीडिया पर जमकर टोल किया जा रहा है.
सोशल मीडिया पर खूब एक्टिव रहने वाली लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य (Rohini Acharya) ने भी कंगना को खरी-खोटी सुनाई है. कंगना के इस विवावित बयान को लेकर डॉ रोहिणी आचार्य ने बिना कंगना का नाम लिए दनादन कई ट्वीट किए. उन्होंने कंगना का नाम लिए बिना लिखा, 'शहीदों की जान जिसे भीख लगती है, फर्जी झांसी की रानी तू देशद्रोही लगती है.' एक दूसरे ट्वीट में रोहिणी ने लिखा कि 'नया इतिहास लिखा जाएगा, आजादी को भीख बताकर, अंधभक्तों के पप्पा का गुणगान किया जाएगा.'
वहीं, उनके इस बयान पर बीजेपी सांसद वरुण गांधी और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी निशाना साधा है. वरुण ने कहा था कि इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह?' वहीं, मांझी ने कंगना से पद्मश्री वापस लिए जाने की मांग की है.
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