पटनाः बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की. विपक्ष ने नीतीश सरकार से नागरिकता संशोधन कानून और एनपीआर को लेकर स्पष्ट नीति अपनाने की मांग की. इसके साथ ही केंद्र सरकार से सीएए और एनपीआर को वापस लेने की मांग की. आरजेडी सदस्यों ने दोनों को काला कानून भी बताया.
बजट सत्र के दूसरे दिन विपक्षी सदस्यों ने अपने तेवर दिखाने शुरू कर दिए. विधानसभा के बाहर पोस्टर के साथ आरजेडी के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की. आरजेडी को माले के सदस्यों का भी साथ मिला. दोनों दलों के नेताओं ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. आरजेडी विधायक ललित यादव ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी तब तक सदन की कार्यवाही चलने नहीं देंगे. वहीं, आरजेडी विधायक स्वीटी हेम्ब्रम और रेखा देवी के साथ विधायक भाई वीरेंद्र ने भी सरकार से कानून को वापस लेने की मांग की.
विपक्ष से निपटने के लिए सत्तापक्ष तैयार
आरजेडी सदस्यों के तेवर से साफ है सरकार की मुश्किल सदन के अंदर बढ़ेगी. हालांकि, सत्तापक्ष ने भी विपक्ष से निपटने की पूरी तैयारी कर रखी है. वहीं, प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष के एनआरसी और सीएए को लेकर सरकार पर निशाना साधने के बाद सत्तारूढ़ दल के विधायकों ने हंगामा किया.