पटनाः लोकसभा चुनाव में करारी शिकस्त झेलने के बाद आरजेडी संगठन को मजबूत करने में जुटी है. इसके लिए पार्टी के पदाधिकारी से लेकर हर विधायक को सदस्यता अभियान में 1200 सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया गया था. लेकिन कुछ विधायकों ने इसमें रुचि नहीं ली. इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम आरजेडी सुप्रमों लालू प्रसाद यादव के समधी और परसा विधायक चंद्रिका राय का है. तेज प्रताप यादव के ससुर राय के इस कदम को लालू परिवार से उनकी बढ़ती दूरीयां के रुप में देखा जा रहा है.
दरअसल, पार्टी के हर विधायक को 1200 सक्रिय सदस्य बनाने का टारगेट दिया गया था. लेकिन, बताया जा रहा है कि चंद्रिका राय इस लक्ष्य को हासिल नहीं कर पाए. लालू परिवार से उनके बिगड़ते रिश्ते को देखते हुए पार्टी हाईकमान को इस बात का अंदेशा था कि राय सदस्यता अभियान में सहयोग नहीं कर सकते हैं. इस संदर्भ में जिला कमेटी को उनके विधानसभा में विशेष जोर देने का निर्देश जारी किया गया था.
तेजप्रताप-ऐश्वर्या के बीच चल रहा तलाक का मामला
आपकों बता दें कि परसा विधायक चंद्रिका राय की बेटी ऐश्वर्या राय की शादी लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप के साथ हुई है. दोनों के बीच अनबन के बाद तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है. पिछले दिनों राबड़ी आवास पर ऐश्वर्या ने लालू परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. बेटी को राबड़ी आवास में इंट्री दिलाने के लिए चंद्रिका राय को धरना पर बैठना पड़ा था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें शर्म आती है कि उन्होंने लालू के घर में बेटी का रिश्ता कर दिया.
इस लिस्ट में 2 और विधायक शामिल
गौरतलब है कि पार्टी हाईकमान ने विधायक के साथ-साथ लोकसभा और विधानसभा के पराजित उम्मीदवारों को भी 1200 सक्रिय सदस्य बनाने का जिम्मा दिया था. इस लिस्ट में चंद्रिका राय के अलावे दरभंगा जिला के केवटी विधायक डॉ. फराज और गायघाट विधायक महेश्वर यादव भी शामिल हैं. फराज पूर्व आरजेडी के वरिष्ठ नेता अली अशरफ फातमी के पुत्र हैं. फातमी लोकसभा टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर जदयू का दामन थाम लिया था. दूसरी तरफ गायघाट के विधायक महेश्वर यादव नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं. दूसरी तरफ सीएम नीतीश की लगातार प्रशंसा कर रहे हैं.