पटना: बिहार चुनाव में इस बार रोजगार के मुद्दे पर महागठबंधन और एनडीए नेताओं के बीच घमासान छिड़ा हुआ है. एक तरफ महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव ने 10 लाख रोजगार देने की बात कहकर एनडीए नेताओं की नींद उड़ा दी है. दूसरी तरफ एनडीए नेता यह दावा कर रहे हैं कि आखिर 10 लाख रोजगार के लिए पैसे कहां से आएंगे.
नीतीश कुमार पर साधा निशाना
इन सब के बीच राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने एनडीए नेताओं के दावों पर सवाल खड़े किए हैं. राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला है और पूछा है कि 15 साल से बिहार पर शासन कर रहे नीतीश कुमार को अब बिहार को आत्मनिर्भर बनाने का ख्याल आ रहा है. क्या नीतीश कुमार अगले 5 साल में बिहार को समुद्र तट के निकट पहुंचा देंगे या समुद्र को खींचकर बिहार के किनारे ला देंगे.
बातों की खेती करती है बीजेपी
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बातों की खेती करने वाले बीजेपी और जदयू नेताओं को बिहार के युवा अच्छी तरह पहचान गए हैं. अब इनके किसी भी वादे पर अतीत में किए गए इनके काम को लोग कसौटी पर ही रखेंगे.
दो करोड़ रोजगार देने का वादा
राजद नेता ने कहा कि जिन लोगों ने नरेंद्र मोदी के प्रति वर्ष दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने के वादे पर कभी सवाल नहीं उठाया. आज वही लोग तेजस्वी के 10 लाख युवाओं को नौकरी देने के वादे पर सवाल उठा रहे हैं. क्या प्रधानमंत्री इस बात का जवाब देंगे कि बिहार के नौजवानों को दो करोड़ रोजगार देने वाले उस वायदे का क्या हुआ
शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा गरीब और बेरोजगार बसते हैं. बिहार को जान बूझकर उपनिवेश बना कर रखा गया है.