पटना: बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए आरजेडी नेता अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन (Awadh Bihari Chaudhary Filed Nomination) कर दिया है. विधानसभा सचिव कक्ष में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ महागठबंधन दल के सभी वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन किया. अध्यक्ष पद के लिए कल चुनाव होना है और इसके लिए बिहार विधानसभा का विशेष सत्र ( Special Session Of Bihar Vidhan Sabha) 1 दिन बढ़ाया गया है.
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अवध बिहारी चौधरी ने किया नामांकन: विजय सिन्हा ने विधानसभा अध्यक्ष पद से 24 अगस्त को ही अपने संबोधन के बाद इस्तीफा दे दिया था. अब बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी ने नामांकन कर दिया है. विधानसभा अध्यक्ष पद के नॉमिनेशन के समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar), उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Deputy CM Tejashwi Yadav) सहित महागठबंधन दल के सभी नेता मौजूद रहे. आरजेडी के अवध बिहारी चौधरी का निर्विरोध चुना जाना तय है क्योंकि विपक्ष में बीजेपी अकेले पार्टी है और संख्या बल के हिसाब से केवल 76 विधायक हैं. जबकि महागठबंधन के 7 दलों के पास कुल 164 विधायकों का समर्थन है और एआईएमआईएम के एक विधायक भी महागठबंधन को ही सपोर्ट कर रहे हैं, तो इसलिए संख्या बल को लेकर कहीं कोई परेशानी नहीं है. अवध बिहारी चौधरी असानी से चुनाव जीत जाएंगे. बीजेपी की तरफ से कोई नामांकन करेगा, इसकी उम्मीद कम ही है.
"मैंने आज पांच सैटों में बिहार विधानसभा पद के लिए नामांकन किया है. नॉमिनेशन के समय सीएम नीतीश कुमार जी और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ ही महागठबंधन के तमाम नेता मौजूद थे. मैंने सभी की मौजूदगी में सचिव के समक्ष नामांकन किया है."- अवध बिहारी चौधरी, स्पीकर पद के उम्मीदवार, बिहार विधानसभा
26 अगस्त को भी बुलाई गई विधानसभा की कार्यवाहीः विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए ही विधानसभा की कार्यवाही 26 अगस्त को भी बुलाई गई है. दूसरी तरफ आज बिहार विधान परिषद के सभापति पद की कुर्सी देवेश चंद्र ठाकुर संभाल लेंगे और इस मौके पर भी मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ सभी दलों के नेता के मौजूद रहने की संभावना है. विधान परिषद के कार्यकारी सभापति पद पर फिलहाल बीजेपी कोटे से आने वाले अवधेश नारायण सिंह विराजमान हैं, लेकिन अब जदयू के देवेश चंद्र ठाकुर सभापति की कुर्सी संभालेंगे और सभापति पद के चुनाव के लिए आज विधान परिषद का विशेष सत्र बुलाया गया है.
विजय सिन्हा ने की इस्तीफा देने में देरीः आपको बता दें कि इससे पहले विजय कुमार सिन्हा ने सत्तापक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के बावजूद इस्तीफा देने में काफी देरी की और कई दिनों तक अड़े रहे. जो अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था उसे भी उन्होंने गलत बताते हुए अस्वीकार कर दिया था. उनका कहना था कि उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस में कुछ दुर्भाग्यपूर्ण और निराधार आरोप लगाए गए हैं. स्पीकर पद को लेकर कई दिनों तक असमंजस की स्थिति बनी रही. पक्ष और विपक्ष दोनों ओर से सख्त बयानबयाजी हुई. बता यहां तक होने लगी की क्या नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट विजय सिन्हा ही कराएंगे. लेकिन बुधवार को फ्लोर टेस्ट से पहले विजय सिन्हा ने स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया. अब बीजेपी ने विजय सिन्हा को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाया है.