पटना: बिहार चुनाव के दौरान बागी नेताओं पर कार्रवाई करने में आरेजडी भी पीछे नहीं है. पार्टी ने शुक्रवार को अपने 14 नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. इनमें 4 विधायक, 2 पूर्व विधायक और कई अन्य उपाध्यक्ष स्तर के नेता शामिल हैं. वहीं नवादा से पार्टी की युवा जिलाध्यक्ष प्रेमा चौधरी को भी निष्कासित कर दिया गया है. इन सभी को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने के आरोप में 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है.
6 साल के लिए किया गया निष्कासित
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने बताया कि जिन लोगों को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया गया है. उनमें पार्टी के 4 विधायक पूर्वी चंपारण के राजेश कुमार, सहरसा के जफर आलम, गोपालगंज के मो. नेमतुल्लाह और मुजफ्फरपुर के सुरेंद्र कुमार राय है. वहीं पूर्वी चंपारण के पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण प्रसाद यादव, कैमूर के अंबिका सिंह यादव, खगड़िया के कृष्ण कुमारी यादव, औरंगाबाद के प्रकाश चंद्र, औरंगाबाद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के धर्मेंद्र चंद्रवंशी, युवा आरजेडी के महासचिव गोपाल कृष्ण उर्फ चंदन यादव, नालंदा के जिला कोषाध्यक्ष महेंद्र यादव, प्रेमा चौधरी और मुजफ्फरपुर के शंकर राय शामिल हैं.
आरेजेडी ने इन नेताओं को किया है निष्कासित
- पूर्वी चंपारण जिले से विधायक राजेश कुमार
- सहरसा जिले से विधायक मो. जफर आलम
- गोपालगंज जिले से विधायक मो. नेमतुल्लाह
- मुजफ्फरपुर से विधायक सुरेंद्र कुमार राय
- पूर्वी चंपारण से पूर्व विधायक लक्ष्मी नारायण प्रसाद यादव
- कैमूर से पूर्व विधायक अंबिका सिंह यादव
- खगड़िया के पूर्व लोकसभा प्रत्याशी कृष्णा कुमारी यादव
- औरंगाबाद से प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश चंद्रा (आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ)
- औरंगाबाद से अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष धर्मेंद्र चंद्रवंशी
- खगड़िया से प्रदेश महासचिव युवा राजद गोपाल कृष्णा उर्फ चंदन यादव
- नालंदा के जिला कोषाध्यक्ष महेंद्र यादव
- नवादा की युवा जिलाध्यक्ष प्रेमा चौधरी
- मुजफ्फरपुर से शंकर राय
14 लोगों पर की कार्रवाई
बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल ने इस बार अपनी पार्टी के कई वर्तमान विधायकों को टिकट नहीं दिया. जिसके बाद नाराज होकर ऐसे विधायकों ने दूसरे पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरने का फैसला किया. इसे देखते हुए पार्टी ने ऐसे 14 लोगों पर कार्रवाई की है.