पटना: नागरिकता संशोधन विधेयक, लोकसभा के बाद अब राज्यसभा से भी पास हो गया है. नागरिकता विधेयक को संसद के दोनों सदनों से मंजूरी मिल गई है. लेकिन इसे लेकर अभी भी राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. जदयू ने इस बिल का समर्थन जरूर किया है, लेकिन पार्टी के अंदर बिल को लेकर एक राय नहीं बन पा रही है. प्रशांत किशोर के ट्वीट के बाद राजनीतिक गलियारों में कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. आरजेडी के नेता तो यहां तक कह रहे हैं कि नीतीश कुमार और प्रशांत किशोर के बीच अब अच्छे संबंध नहीं रहे.
आरजेडी के वरिष्ठ नेता तनवीर हसन का कहना है कि नीतीश कुमार ने ये कहकर लोगों को बरगला रखा था कि एनडीए में रहने के बावजूद वो कई मुद्दों पर अपनी अगल राय रखेंगे. लेकिन उनके इस फैसले से लोगों को ठेस पहुंची है. प्रशांत किशोर भी उन्हीं में से एक हैं और लगातार प्रशांत किशोर और नीतीश कुमार के बीच दूरी बढ़ रही है. तनवीर हसन का ये भी कहना है कि प्रशांत किशोर हमारी पार्टी के नेता से भी मिलते रहे हैं, तो हमारे साथ भी उनके अच्छे संबंध हैं.
जदयू नेता का बयान
इधर, जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल का कहना है जो लोग पार्टी के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं उन्हें पार्टी नेतृत्व के साथ में बैठकर मामला सुलझा लेना चाहिए. प्रशांत किशोर की नाराजगी पर जदयू प्रवक्ता का कहना है कि कुछ मुद्दों के कारण नीतीश कुमार से उनकी दूरियां बढ़ने वाली नहीं है.
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'नीतीश कुमार और PK के बीच दूरी बढ़ने की खबर अफवाह'
गौरतलब है कि पहले भी प्रशांत किशोर के साथ नीतीश कुमार के बीच दूरी बढ़ने को लेकर चर्चा थी. लेकिन दिल्ली में राष्ट्रीय कार्यकारिणी और पटना में पार्टी की बैठक में नीतीश कुमार ने इन अफवाहों पर प्रशांत किशोर के माध्यम से ही विराम लगवाया था. अब नागरिकता संशोधन बिल पर फिर नीतीश और प्रशांत किशोर के बीच दूरी बढ़ने की चर्चा शुरू है.