पटना: केंद्रीय कैबिनेट ने सांसदों के वेतन और भत्तों में कमी का फैसला लिया है. सरकार के इस फैसले के बाद बिहार में सियासत शुरू हो चुकी है. एक ओर जहां राजद ने सरकार के इस फैसले पर ऐतराज जताया है. वहीं, प्रदेश भाजपा ने सरकार के इस कदम को ऐतिहासकि बताते हुए इसका स्वागत किया है.पूए
'वेतन कटौती पीएम का तुगलकी फरमान'
सांसदों के वेतन कटौती मामले पर राजद ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. राजद ने पीएम के इस फैसले का पूरजोर विरोध किया है. आरजेडी का कहना है कि इस मामले पर देश के अन्य पार्टी के सासंदों को राय नहीं लिया गया. यह पीएम का तुगलकी फरमान है.
पीएम मोदी का मानवीय फरमान- भाजपा
राजद के बयान के बाद भाजापा के वरीय नेता नवल किशोर यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि इस समय पूरे देश की जनता पीएम मोदी के साथ मजबूती से खड़ा है, लेकिन प्रदेश की प्रमुख विपक्षी दल राजद देश से इतर राजनीति कर रही है. उन्होंने राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्षी दल को जनता की चिंता नहीं है. पार्टी चाहती है कि उनके विधायकों और सांसदों का पेट भरा रहे. अगर जनता मर रही है. तो इससे उनको कोई लेनादेना नहीं है. इसी सोच के कारण राजद आज सड़क पर है. पीएम मोदी का यह फैसला तुगलकी नहीं, मानवीय फरमान हैं.