पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीति आयोग की बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े और बिहार सरकार की उपलब्धि सहित कई बातों पर भी चर्चा की. विशेष राज्य की मांग को लेकर भी चर्चा की गई. उद्योग धंधे को लेकर भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चर्चा की. वहीं, विशेष राज्य के दर्जे की मांग को दोहराने पर राजद प्रवक्ता ने तंज कसा है और कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मांग को शुरू से ही बीजेपी के लोग अनसुना करते रहे हैं.
ये भी पढ़ें- पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से लोग कर रहे त्राहिमाम, आंकड़ों के जरिए जानिए तेल का 'खेल'
''पहले भी मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से पटना यूनिवर्सिटी को केंद्रीय यूनिवर्सिटी के दर्जे की मांग की थी. वो मांग भी पूरी नहीं हुई. विशेष राज्य के दर्जे के मांग का क्या हुआ सबलोग जानते है. आज फिर चर्चा हो रही है. मुख्यमंत्री जनता की आई वाश के लिए ऐसी बातों को दोहराते है. सच्चाई कुछ और है''- मृत्युंजय तिवारी, राजद प्रवक्ता
'जनता को बरगला रहे मुख्यमंत्री'
मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि हाल में ही मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री सहित बीजेपी के बड़े नेताओं से मिले हैं. उस समय उन्हें विशेष राज्य के दर्जे की मांग की याद नहीं आई. अब तो मुख्यमंत्री बीजेपी के साथ रहकर सरकार भी चला रहे हैं. केंद्र में भी वो सरकार का हिस्सा है. फिर वो अपनी मांग को क्यों नहीं पूरा करवाते हैं. उनकी मंशा ही नहीं है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले.
'जिद करेंगे तो कुर्सी भी चली जायेगी'
मृत्युंजय तिवारी ने साफ-साफ कहा कि मुख्यमंत्री जानते हैं कि जो बीजेपी के नेता नहीं चाहते वैसी मांग उन्हें नहीं करना है. उन्हें ये डर भी है कि अगर विशेष राज्य के दर्जे के मांग पर जिद करेंगे तो कुर्सी भी चली जायेगी. इसलिए वो समय-समय पर जनता को बरगलाने के लिए ऐसी बातें कर देते हैं. लेकिन जनता जानती है कि नीतीश कुमार आखिर विशेष राज्य के दर्जे को किस तर्ज पर केंद्र के सामने रखते हैं.