पटना: बिहार की राजधानी पटना में शराबबंदी पर रार छिड़ गई है. आरजेडी ने बिहार में शराबबंदी पर बीजेपी और आरएलजेपी पशुपति पारस गुट के बयान पर पलटवार (Counterattack on Pashupati Paras statement ) किया है. आरजेडी के प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि बीजेपी और आरएलजेपी पशुपति गुट को चाहिए कि वह सड़क पर उतरकर और धरना देकर बिहार में जारी शराबबंदी को खत्म करने की मांग करें.
गुजरात में शराबंदी खत्म करने का भी किया जिक्र: शक्ति सिंह यादव ने कहा कि इन दोनों ही पार्टियों के नेता सड़क पर उतर कर मांग करें, ताकि जनता के पास भी यह संदेश पहुंचे कि बीजेपी बिहार में शराब शुरू करवाना चाह रही है. वैसे लोग जो आदतन शराबी हैं, वह चाहते हैं कि बिहार में शराबबंदी कानून खत्म हो जाए. गुजरात की शराबबंदी का जिक्र करते हुए शक्ति सिंह यादव ने कहा कि गुजरात में शराबबंदी कानून है. वहां भी समाप्त नहीं हुआ है. वहां भी कितने राजस्व की हानि हो रही है?
बीजेपी के लोग शराब के अवैध व्यापार को सफल बनाना चाहते हैंः शक्ति सिंह यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी शराब के अवैध कारोबार में लिप्त रही है. एनडीए के जो घटक दल हैं, वह अवैध शराब के व्यापार को पूरी तरीके से सफल करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन नकेल लगाने में पीछे नहीं हट रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर हत्या बढ़ जाए तो क्या दफा 302 खत्म कर देना चाहिए? अगर चोरी बढ़ जाए तो क्या चोरी का कानून खत्म कर देना चाहिए? ऐसा नहीं होता है. जिन बातों को लेकर बिहार में शराबबंदी कानून लागू की गई है, वह सफलता साफ-साफ दिख रही है.
"सुशील कुमार मोदी ट्वीट करके शराब बंदी खत्म करने की बात कह रहे हैं. बीजेपी और आरएलजेपी पशुपति गुट को चाहिए कि वह सड़क पर उतरकर और धरना देकर बिहार में जारी शराबबंदी को खत्म करने की मांग करें. जरा गुजरात के बारे में बताए कि वहां शराबबंदी से कितने राजस्व की हानि हो रही है" - शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता, आरजेडी