पटना: रोजगार बिहार में कितना बड़ा मुद्दा है इसका एहसास एनडीए को भी हो चुका है. जब विपक्ष ने चुनाव से पहले 10 लाख सरकारी नौकरी देने का वादा किया तो आनन-फानन में बीजेपी ने भी 19 लाख रोजगार देने की घोषणा कर दी. सरकारी विभागों में लाखों पद रिक्त पड़े हैं. विपक्ष ने चुनाव में इसे जोर-शोर से मुद्दा बनाया था और अब चुनाव के बाद एक बार फिर सरकार पर दबाव बना रहा है.
सरकार को घेरने में जुटा विपक्ष
विपक्ष का कहना है कि रोजगार को लेकर सरकार जल्द घोषणा करें नहीं तो हम सड़क पर उतरेंगे. आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि बीजेपी ने 19 लाख रोजगार देने का वादा किया है. इसे पूरा नहीं किया गया तो हम सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेंगे और सरकार को चैन से बैठने नहीं देंगे.
एक अनुमान के मुताबिक बिहार के शिक्षा, स्वास्थ्य और सचिवालय समेत कई विभागों में लाखों की संख्या में ग्रुप सी और डी के पद रिक्त पड़े हैं. कई सालों से इन पर बहाली नहीं हुई है. सरकार संविदा पर या नियोजन के जरिए लोगों से काम करवा रही है. जिसे लेकर विपक्ष कई बार सवाल उठा चुका है.
युवाओं को उनकी स्किल के हिसाब से मिलेगा रोजगार- मंत्री
श्रम संसाधन मंत्री जीवेश मिश्र ने दावा किया कि हम बड़ी संख्या में रोजगार देकर दिखाएंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में बहुत जल्द श्रम संसाधन विभाग एक टोल फ्री नंबर जारी करेगा, जिस पर युवाओं को रोजगार से संबंधित पूरी जानकारी दी जाएगी. युवाओं को वेबसाइट के जरिए बिहार ही नहीं बल्कि पूरे देश में उपलब्ध नौकरियों की जानकारी मिलेगी. उन्होंने कहा कि युवाओं को उनकी स्किल के हिसाब से रोजगार मुहैया कराया जाएगा.
बता दें कि बिहार में बेरोजगारी चरम पर है. इस बात से सरकार भी इंकार नहीं करती. वहीं, विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगा है. अब देखना होगा कि सियासत के खेल में युवाओं का कितना भला हो पाता है.