पटना: बिहार विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आने के बाद राजद अब राज्य से बाहर पांव जमाने की तैयारी में है. इसके लिए पार्टी ने पश्चिम बंगाल, असम और केरल में होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है.
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पश्चिम बंगाल में राजद की कोशिश थी कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन हो जाए, लेकिन बात न बनी. ममता बनर्जी से मोहभंग होने के बाद राजद अब वामपंथी दलों के साथ बंगाल चुनाव में उतरने की तैयारी कर रहा है. पश्चिम बंगाल में वामपंथी दल कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने जा रहे हैं. राजद बिहार की तरह वहां भी बड़े गठबंधन के साथ चुनाव मैदान में जाना चाहता है.
असम में 10 सीट पर चुनाव लड़ने की संभावना
असम और बंगाल में होने वाले चुनाव में राजद जोर-शोर से उतरने की तैयारी कर रहा है. असम में विपक्ष के तमाम दलों के साथ एक बड़े गठबंधन में राजद की भागीदारी तय हो गई है. वहां करीब 10 सीटों पर राजद के चुनाव लड़ने की संभावना जताई जा रही है.
दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी के साथ गठबंधन की कोशिश सफल होती नजर नहीं आ रही. हालांकि इस बारे में राजद के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं. उनका दावा है कि बातचीत का दौर जारी है. एक दौर की बातचीत हो चुकी है. 20 फरवरी के बाद श्याम रजक और अब्दुल बारी सिद्दीकी दूसरे दौर की बातचीत के लिए असम और बंगाल जाने वाले हैं.
गठबंधन के लिए तैयार नहीं ममता
जानकारी के मुताबिक ममता बनर्जी किसी गठबंधन में जाने को तैयार नहीं हैं. इधर श्याम रजक ने वाम दलों के नेताओं के साथ बातचीत की है. असम को लेकर श्याम रजक ने बताया कि एआईयूडीएफ, कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों के बड़े गठबंधन के साथ राजद का चुनाव में उतरना तय है.
"पश्चिम बंगाल चुनाव में कांग्रेस और वामपंथी दलों के वाम मोर्चा में राजद की भागीदारी को लेकर बातचीत हुई है. बातचीत काफी सकारात्मक रही है. वामदल चाहते हैं कि राजद वाम मोर्चा के साथ चुनाव लड़े. उम्मीद है कि जल्द इस पर फैसला हो जाएगा."- रामनरेश पांडेय, राज्य सचिव, सीपीआई
"अगर पश्चिम बंगाल में राजद द्वंद्व की स्थिति में है तो फिर फैसला मुश्किल है. वहां ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के साथ जाकर बीजेपी से मुकाबला संभव नहीं. तृणमूल कांग्रेस पश्चिम बंगाल चुनाव में सीधे निशाने पर है. बेहतर यही होगा कि राजद वाम मोर्चे के साथ चुनाव में उतरे."- अरुण कुमार मिश्रा, सीपीआईएम नेता
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पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए गठबंधन की राजद की कोशिश पर बीजेपी के नेता तंज कस रहे हैं. वे राजद से सवाल पूछ रहे हैं कि पहले फैसला कर लीजिए ममता बनर्जी के साथ जाना है या वाम मोर्चा के साथ.
"राजद भले ही असम, बंगाल और केरल के बाद पाकिस्तान और इंग्लैंड में भी चुनाव की तैयारी कर ले, लेकिन उनकी जो दुर्गति बिहार में हुई है वही हर जगह होगी."- प्रेम रंजन पटेल, भाजपा प्रवक्ता
असम और पश्चिम बंगाल के अलावा केरल चुनाव में भी राजद उतरने की तैयारी कर रहा है. भले ही असम में गठबंधन को लेकर बात लगभग बन गई है, लेकिन पश्चिम बंगाल में राजद के लिए ममता के खिलाफ चुनाव में उतरना आसान नहीं होगा. एक तरफ ममता बनर्जी गठबंधन में जाने को तैयार नहीं हैं दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस और वाम मोर्चे के बीच छत्तीस का आंकड़ा है.