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शराबबंदी पर शिक्षा विभाग के आदेश पर भड़का विपक्ष, कांग्रेस ने बताया बौखलाहट में लिया गया फैसला तो RJD ने बताया तुगलकी फरमान

कांग्रेस विधान पार्षद समीर सिंह (Congress MLC Samir Singh) ने कहा कि बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) की नाकामी को छुपाने के लिए सरकार बौखलाहट में ऐसे फैसले ले रही है. वहीं, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद (RJD Spokesperson Ejaz Ahmed) ने कहा कि शराबबंदी की सच्चाई क्या है, बिहार की जनता जानती है.

शिक्षा विभाग के आदेश पर भड़का विपक्ष
शिक्षा विभाग के आदेश पर भड़का विपक्ष
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Published : Jan 31, 2022, 3:52 PM IST

पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) को सख्ती से लागू कराने के लिए जब से शिक्षा विभाग का नया फरमान (Bihar Education Department Notification) आया है, तब से बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी और कांग्रेस के साथ-साथ पूरा विपक्ष सरकार के इस निर्णय की जमकर आलोचना कर रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस विधान पार्षद समीर सिंह (Congress MLC Samir Singh) ने कहा कि बिहार में पहले से ही शिक्षकों की कमी है, उस पर सरकार ने यह तुगलकी फरमान जारी कर दिया है. निश्चित तौर पर यह गलत फैसला है.

ये भी पढ़ें: राबड़ी देवी ने सरकार पर हमला बोला, कहा- शराबबंदी के काम में शिक्षकों को लगाना ठीक नहीं

कांग्रेस विधान पार्षद समीर सिंह ने कहा कि कोई पागल ही बौखलाहट में आकर इस तरह का फरमान जारी कर सकता है. निश्चित तौर पर शिक्षा का स्तर बिहार में बद से बदतर है और और सरकार उस स्तर को और नीचे गिराना चाहती है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि सरकार को बौखलाहट में आकर इस तरह के निर्णय नहीं लेने चाहिए और जो फरमान शिक्षकों को लेकर उन्होंने जारी किया है, उसे फौरन वापस करना चाहिए.

उधर, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद (RJD Spokesperson Ejaz Ahmed) ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में बिहार में शराब की तस्करी हो रही है. यही कारण है कि बिहार में शराबबंदी कानून सख्ती से लागू नहीं हो रहा है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए सरकार इस तरह के फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लेकर जो फरमान जारी किया गया है, निश्चित तौर पर वह तुगलकी फरमान है और बिहार की जनता देख रही है कि शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं.

बता दें कि बिहार में शिक्षकों को नई जिम्मेदारी दी गई है. गुरुजी अब सिर्फ बच्चों के शिक्षा-दीक्षा का ही ख्याल नहीं रखेंगे, बल्कि शराब पीने और पिलानेवालों पर नकेल भी कसेंगे. स्कूल में शराबी ना पहुंचें, इसका ख्याल भी उन्हें रखना होगा. जानकारी दें कि बिहार के स्कूलों में शराब की गतिविधि देखने को मिलती रहती है. इस बात को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किया है. निर्देश पत्र के अनुसार अब शिक्षक शराबियों को पकड़ेंगे. स्कूल में शराब का सेवन ना हो, इसका ख्याल भी रखेंगे.

ये भी पढ़ें: शराब ढूंढने के फरमान पर NDA में तकरार.. BJP नेता ने कहा -'शिक्षकों से क्या-क्या करवाएगी सरकार'

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पटना: बिहार में शराबबंदी कानून (Liquor Prohibition Law in Bihar) को सख्ती से लागू कराने के लिए जब से शिक्षा विभाग का नया फरमान (Bihar Education Department Notification) आया है, तब से बिहार में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. आरजेडी और कांग्रेस के साथ-साथ पूरा विपक्ष सरकार के इस निर्णय की जमकर आलोचना कर रहा है. इसी क्रम में कांग्रेस विधान पार्षद समीर सिंह (Congress MLC Samir Singh) ने कहा कि बिहार में पहले से ही शिक्षकों की कमी है, उस पर सरकार ने यह तुगलकी फरमान जारी कर दिया है. निश्चित तौर पर यह गलत फैसला है.

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कांग्रेस विधान पार्षद समीर सिंह ने कहा कि कोई पागल ही बौखलाहट में आकर इस तरह का फरमान जारी कर सकता है. निश्चित तौर पर शिक्षा का स्तर बिहार में बद से बदतर है और और सरकार उस स्तर को और नीचे गिराना चाहती है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि सरकार को बौखलाहट में आकर इस तरह के निर्णय नहीं लेने चाहिए और जो फरमान शिक्षकों को लेकर उन्होंने जारी किया है, उसे फौरन वापस करना चाहिए.

उधर, आरजेडी प्रवक्ता एजाज अहमद (RJD Spokesperson Ejaz Ahmed) ने कहा कि सत्ता के संरक्षण में बिहार में शराब की तस्करी हो रही है. यही कारण है कि बिहार में शराबबंदी कानून सख्ती से लागू नहीं हो रहा है. अपनी नाकामी छुपाने के लिए सरकार इस तरह के फैसले ले रही है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों को लेकर जो फरमान जारी किया गया है, निश्चित तौर पर वह तुगलकी फरमान है और बिहार की जनता देख रही है कि शराबबंदी कानून को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं.

बता दें कि बिहार में शिक्षकों को नई जिम्मेदारी दी गई है. गुरुजी अब सिर्फ बच्चों के शिक्षा-दीक्षा का ही ख्याल नहीं रखेंगे, बल्कि शराब पीने और पिलानेवालों पर नकेल भी कसेंगे. स्कूल में शराबी ना पहुंचें, इसका ख्याल भी उन्हें रखना होगा. जानकारी दें कि बिहार के स्कूलों में शराब की गतिविधि देखने को मिलती रहती है. इस बात को गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने निर्देश जारी किया है. निर्देश पत्र के अनुसार अब शिक्षक शराबियों को पकड़ेंगे. स्कूल में शराब का सेवन ना हो, इसका ख्याल भी रखेंगे.

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