पटना: बिहार में महागठबंधन में मतभेद साफ नजर आ रहा है. हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने ऐलान कर दिया है कि 2020 का विधानसभा चुनाव हम अकेले लड़ेंगे. मांझी ने यह ऐलान करते समय कहा कि पार्टी को बचाने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है. वजह चाहे जो भी हो लेकिन उनके इस बयान से साफ है कि महागठबंधन में सब ठीक नहीं है.
बचाव में उतरी आरजेडी
जीतन राम मांझी के इस बयान पर आरजेडी ने उनका बचाव किया है. शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जीतन राम मांझी महागठबंधन के बड़े नेता हैं. वह इस समय अपनी पार्टी का विस्तार चाह रहे हैं, जिसमें कोई बुराई नहीं है. हालांकि उन पर पार्टी वर्करों का दबाव होगा, इस कारण उन्होंने यह बयान दिया. विधानसभा का चुनाव अभी दूर है.
वर्करों को रिचार्ज कर रहे हैं मांझी- कांग्रेस
शिवानंद तिवारी ने कहा है कि मांझी ऐसा कोई कदम नहीं उठाएंगे जिससे महागठबंधन को नुकसान और एनडीए को फायदा हो. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि महागठबंधन में जीतन राम मांझी बड़े नेता हैं. उनके बयान पर पार्टी के बड़े नेता ही प्रतिक्रिया दे सकते हैं. इतना तो तय है कि सभी लोग अपनी पार्टी का विस्तार चाहते हैं, इसलिए वह अपने वर्करों को रिचार्ज कर रहे हैं. लेकिन, इतना तो तय है लोकसभा चुनाव में उन्हें बड़ी तवज्जो मिली थी.