पटना: जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार (JDU spokesperson Neeraj Kumar) ने विधायक सुधाकर सिंह को आरजेडी का नोटिस मिलने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सुधाकर सिंह ने गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन किया है. उन्होंने कहा कि आरजेडी नेतृत्व ने स्वीकार किया है कि विधायक अपने बयानों से न केवल राष्ट्रीय जनता दल के आंतरिक अनुशासन को तोड़ रहे थे, बल्कि गठबंधन धर्म की मर्यादा का भी उल्लंघन कर रहे थे. जेडीयू प्रवक्ता ने इसे आरजेडी का आंतरिक मामला बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए आरजेडी नेतृत्व सक्षम है.
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"यह राजद का आंतरिक मामला है. राष्ट्रीय जनता दल का नेतृत्व सक्षम है ऐसे लोग जो गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर दल के नियम के अनुसार कार्रवाई करने के लिए. देखिये बिहार ने रास्ता दिखाया है. गैर भाजपा दलों की एकजुटता, नेतृत्व और नीतियों की बदौलत हुआ है, जो देश के सामने एक नजीर है. ऐसे में कोई एक व्यक्ति अपने स्वहित के लिए गठबंधन पर लगातार सवालिया निशान खड़ा करें, नीतियों पर सवाल खड़ा करें तो कार्रवाई होनी ही चाहिए"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू
आरजेडी ने पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह को नोटिस भेजा: दरअसल, मंगलवार को आरजेडी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी की तरफ से जारी नोटिस में कहा गया है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश के अनुसार आपको यह कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है. उनके संज्ञान में आया है कि एक बार पुनः अपने गठबंधन धर्म की मर्यादा का उल्लंघन किया है. राजद के राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव पारित किया गया था कि गठबंधन के मसलों और शामिल दलों के शीर्ष नेतृत्व के संदर्भ में सिर्फ पार्टी के आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष अथवा माननीय उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव बात रखने के लिए अधिकृत हैं.
सुधाकर सिंह से 15 दिनों में मांगा जवाब: नोटिस में आगे लिखा है, "आपने लगातार इस प्रस्ताव का उल्लंघन किया है. आपके बयान लगातार उन ताकतों को बल देते हैं जो संविधान को रौंदकर न्याय सौहार्द और समानता की पैरों कार्य को समाप्त करना चाहते हैं. आपके आपत्तिजनक बयान देश, प्रदेश और राजद के एक बड़े वर्ग को आहत कर रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल के संविधान की धारा 35 के नियम 22 के तहत आप कृपया 15 दिनों के अंदर यह स्पष्टीकरण दें कि क्यों नहीं आपके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए?"