पटना: किशनगंज जिले में 1.40 करोड़ की लागत से बना प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का निर्माणाधीन पुल उद्घाटन से पहले ही बह गया. जिसकी वजह से सत्तापक्ष और विपक्ष एक बार फिर से आमने सामने आ गए हैं. आरजेड़ी सरकार पर भ्रष्टाचार फैलाने का आरोप लगा रही है तो वहीं, जेडीयू जांच का विषय बताकर अपना पला झाड़ रही है.
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जेडीयू की सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है. यहां रिश्वतखोरी चरम पर है. हर एक निर्माण कार्य पर रिश्वत लिया जा रहा है. रिश्वत भी इतना अधिक लिया जा रहा है कि ठेकेदार घटिया सामानों का प्रयोग कर रहे हैं. जिसकी वजह से पुल पुलिया निर्माण के साथ ही ध्वस्त हो जाते हैं. वहीं, सरकार अपने मंत्री और ठेकेदारों पर कार्रवाई करने के जगह उनसे रिश्वतखोरी में हिस्सा लेती है.
जांच रिपोर्ट आने के बाद दें प्रतिक्रिया-जेडीयू
पुल ध्वस्त होने के मामले को लेकर विपक्ष के आरोप को जेडीयू नेता तथ्यहीन बता रहे हैं. पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जब तक की पूरी जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक इसे भ्रष्टाचार का मामला कहना सही नहीं होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच चल रही है और जांच रिपोर्ट आने के बाद ही किसी भी राजनीतिक दल को इस पर कोई प्रतिक्रिया देनी चाहिए.
इससे पहले भी कई बार बहा है एप्रोच पथ
बता दें कि यह पुल प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बन रहा था. एप्रोच पथ को छोड़कर बाकी का काम लगभग पूरा हो गया था. स्थानीय लोग आवागमन के लिए एप्रोच पथ जल्द बनाने की मांग भी कर रहे थे. लेकिन इस शुरू नहीं किया गया था. इससे पहले भी जिले में कई पुल का एप्रोच पथ बाढ़ के पानी में बह गया था. जिसको लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सरकार पर हमला करते रहते थे.