पटना: बिहार में गर्मी जमकर कहर बरसा रही है. इसकी वजह से लगातार लोगों की मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है. इसकी असर नदियों के जलस्तर पर भी साफ देखा जा रहा है. एक वक्त था जब नदियों में उफान देखा जाता था. नदियों मे पाने की लहरे कल-कल करती रहती थी. आज इस जानलेवा गर्मी में नदियां सूख चुकी है और पाताल में समाते हुए नजर आ रही है. मसौढ़ी अनुमंडल की पुनपुन नदी समेत सात नदियां सूख चुकी है. जिसमें पुनपुन नदी, मोरहर नदी, दरधा नदी, कररूआ नदी, भूतही नदी आदि शामिल है. प्रचंड गर्मी जानलेवा हो चुकी है ऐसे में इसके सीधा प्रभाव से जलस्तर कम होता जा रहा है.
क्या-क्या हो रहा प्रभावित?: अब सभी नदियां सूख चुकी है जितने भी आहार, पाइन, पोखर, तालाब और कुआं हैं वो प्रभावित हो रहे हैं. ऐसे में इंसान ही नहीं पशु, पक्षी और मवेशियों की भी मुसीबत बढ़ गई है. दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में बने जलस्रोत भी सूखने लगे हैं. ऐसे में जगह-जगह पर जल संकट भी गहराने लगा है. गर्मी के कारण जलस्तर पाताल की ओर समाने लगी है. बाहर भटक रहे जानवर पानी के लिए तरस रहे हैं.
आदि गंगा की सूखी धाराएं: मसौढ़ी अनुमंडल की पुनपुन नदी जिसे आदि गंगा कहा जाता था अब उसकी धाराएं सूख चुकी है. ऐसे में जल संकट गहराने लगा है. चारों तरफ जमीन बंजर देखने को मिल रही है. पुनपुन प्रखंड के पिपरा थाना क्षेत्र के राजघाट नवादा के पास पुनपुन नदी पूरी तरह सूख चुकी है. मसौढ़ी अनुमंडल के विभिन्न नदियों के सूखने की वजह से कई तरह की समस्याएं सामने आ रही है.