पटना: राजधानी में प्याज के दाम आसमान छू रहे हैं. लगातार बढ़ रही प्याज की कीमतों से आम जनता का बजट गड़बड़ा गया है. लोग काफी कम मात्रा में इसकी खरीददारी कर रहे हैं. इसका कारण नासिक में आई बाढ़ है. राज्य में नासिक से प्याज की सप्लाई होती है. बाढ़ के कारण सप्लाई पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से प्याज बिना छिले लोगों के आंसू बहा रही है.
सप्लाई की कमी से बढ़ रही प्याज की कीमत
सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि सब्जी मंडियों में प्याज की कीमत थोक में 45 रु प्रति किलो और खुदरा में 50 से 60 रु किलो है. जिससे लोग अब पावभर या आधा किलो ही प्याज खरीद रहे हैं.
अपने घर लौट रहे हैं विक्रेताओं का कहना है प्याज के भाव अभी 20 दिनों तक ऐसे ही रहने के आसार हैं. मंडी में प्याज 30 से 35 फीसदी ही बचे हैं. जहां पहले यहां रोज 378 टन प्याज रहती थी, अब महज 30 से 40 टन ही रह गई है. सप्लाई की कमी की वजह से कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. सब्जी विक्रेताओं ने बताया कि आने वाले दिनों में प्याज की कीमत और ज्यादा बढ़ सकती है.
परेशानी उठा रही जनता
अंटाघाट में सब्जी खरीदने आई युवतियों ने बताया कि प्याज की बढ़ रही कीमत से अब बिना प्याज की सब्जी बनानी पड़ रही है. ग्राहकों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार को दोषी बताते हुए कहा कि सरकार प्याज के दाम पर नियंत्रण नहीं कर रही है, जिससे जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.