पटनाः कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है. अभी तक इसके लिए वैक्सीन नहीं बन पाई है. देश भर के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों में वैज्ञानिक कोरोना वैक्सीन की खोज में जुटे हैं. इसी क्रम में राजेन्द्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान में भी कोरोना से मुक्ति दिलाने को वैक्सीन की खोज पर शोध शुरू हो गया है.
6 सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम
आरएमआरआई संस्थान के निदेशक पी दास ने कहा कि कोरोना वायरस दुनिया के लिये बिल्कुल नया है. यह कई रूपों में बदलता है. इस वायरस पर शोध करने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ने मंजूरी दे दी है, जिसमें 6 सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम काम करेगी.
वायरस से लड़ने की क्षमता
दुनिया में 78 प्रोजेक्ट पर शोध करने वाले वैज्ञानिकों की मानें तो कोरोना के खात्मे के लिए वैज्ञानिक तीन स्तर पर काम कर रहे हैं. पहले में ठीक हो चुके कोरोना मरीज के प्लाज्मा को दूसरे मरीज में डालकर एंटी बॉडी विकसित करने का प्रयास जारी है. दूसरे स्तर पर जो व्यक्ति कोरोना संक्रमित होने पर भी बीमार नहीं हुआ. वैसे व्यक्ति का एंटी बॉडी टेस्ट करके वायरस से लड़ने की क्षमता विकसित की जा रही है.