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मंदिरों और मठों की संपत्ति का डेटा हो रहा तैयार, धार्मिक न्यास बोर्ड के वेबसाइट पर फोटो के साथ किया जाएगा अपलोड

बिहार में एक अनुमान के मुताबिक 10 से 15 हजार मठ और मंदिर हैं लेकिन इसका डेटा धार्मिक न्यास बोर्ड के पास नहीं है, लेकिन अब सभी जिलाधिकारियों से फोटो के साथ इसकी जानकारी मांगी गई है. मंत्री ने कहा कि जानकारी मिलने के बाद सभी जानकारियां वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी.

मंत्री प्रमोद कुमार
मंत्री प्रमोद कुमार
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Published : Jun 24, 2021, 9:21 PM IST

पटना : बिहार में काफी संख्या में मठ और मंदिर हैं. जिसका डाटा धार्मिक न्यास बोर्ड (Religious Trust Board) के पास नहीं. जिसे लेकर विधि विभाग ने नई पहल की शुरुआत की है. जल्द ही बिहार के सभी मठ और मंदिर का ब्यौरा विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.

मंदिरों और मठों का डेटा होगा तैयार
विधि विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार (Minister Pramod Kumar) ने ईटीवी भारत से बातचीत में जानकारी देते हुए बताया कि बिहार के जितने भी मंदिर और मठ हैं. उनकी जानकारी हासिल की जा रही है. जल्द ही फोटो और सभी जानकारियों के साथ उसे वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. ताकि बिहार की जनता अपने पूर्वजों के इतिहास के बारे में जान सकें.

प्रमोद कुमार, मंत्री, बिहार सरकार

ये भी पढ़ें- बिहार में बिना भूमि बंदोबस्ती वाले मंदिरों से नहीं हो रही आय: किशोर कुणाल

जिलाधिकारियों से मांगी गई जानकारियां
डेटा तैयार करने को लेकर विभाग की तरफ से 1 अप्रैल को बैठक हुई थी. लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण कार्य नहीं हो पाया. इसलिए एक बार फिर से धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन (Akhilesh Kumar Jain) के साथ बैठक की गई. इसके बाद जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जो भी बिहार के मठ मंदिर हैं उनकी संपत्ति का विवरण, यथा खाता, खेसरा और चौहद्दी उपलब्ध कराई जाए.

ये भी पढ़ें- बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड की बैठक आयोजित, 15 एजेंडों पर हुई चर्चा

अधिकारियों को 30 जून तक समय
विभाग की तरफ से अधिकारियों को कहा गया है कि जो बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद की विवादित भूमि है. जिस पर न्यास बोर्ड का कोई विवाद चल रहा है और उसकी जो अतिक्रमण भूमि है. उन सभी की जानकारियां फोटो के साथ उपलब्ध कराई जाए. मंत्री ने कहा कि सभी जिला पदाधिकारियों को 30 जून तक का समय दिया गया है. मंत्री ने कहा कि राज्य वासियों सो मंदिरों और मठों की पूरी जानकारी होनी चाहिे.

ये भी पढ़ें- विष्णुपद मंदिर मामले में HC ने गया DM और मंदिर प्रबंधन से मांगा जवाब

वेबसाइट पर अपलोड होगी सभी जानकारियां
जैसे ही जिलों से सभी जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी. सभी स्थलों की तस्वीरों के साथ उनका विवरण वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. सभी कामकाज शुरू हो गए हैं. कोरोना संक्रमण भी अब काफी नियंत्रण में है. ऐसे में यदि 30 जून तक सभी जानकारियां नहीं मिलती है तो फिर से बैठक की जाएगी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- 10 सदस्यीय धार्मिक न्यास बोर्ड का होगा गठन, सरकार ने पटना HC को दी जानकारी

बिहार में 15 हजार मठ और मंदिर
बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में करीब 10 से 15000 मंदिर और मठ हैं लेकिन धार्मिक न्यास बोर्ड (Religious Trust Board) के अंतर्गत करीब 4600 मंदिर और मठ का ही निबंधन है. ऐसे में न्यास बोर्ड के पास ना तो कोई उचित डाटा है और ना ही इन मंदिरों और मठों की संपत्ति का विवरण. इन सभी धार्मिक स्थलों का संरक्षण काफी मुश्किल है. इसलिए विभाग द्वारा जो प्रयास किया जा रहा है वह काफी सराहनीय है.

पटना : बिहार में काफी संख्या में मठ और मंदिर हैं. जिसका डाटा धार्मिक न्यास बोर्ड (Religious Trust Board) के पास नहीं. जिसे लेकर विधि विभाग ने नई पहल की शुरुआत की है. जल्द ही बिहार के सभी मठ और मंदिर का ब्यौरा विभाग के वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.

मंदिरों और मठों का डेटा होगा तैयार
विधि विभाग के मंत्री प्रमोद कुमार (Minister Pramod Kumar) ने ईटीवी भारत से बातचीत में जानकारी देते हुए बताया कि बिहार के जितने भी मंदिर और मठ हैं. उनकी जानकारी हासिल की जा रही है. जल्द ही फोटो और सभी जानकारियों के साथ उसे वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. ताकि बिहार की जनता अपने पूर्वजों के इतिहास के बारे में जान सकें.

प्रमोद कुमार, मंत्री, बिहार सरकार

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जिलाधिकारियों से मांगी गई जानकारियां
डेटा तैयार करने को लेकर विभाग की तरफ से 1 अप्रैल को बैठक हुई थी. लेकिन कोरोना महामारी और लॉकडाउन के कारण कार्य नहीं हो पाया. इसलिए एक बार फिर से धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष अखिलेश कुमार जैन (Akhilesh Kumar Jain) के साथ बैठक की गई. इसके बाद जिला पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जो भी बिहार के मठ मंदिर हैं उनकी संपत्ति का विवरण, यथा खाता, खेसरा और चौहद्दी उपलब्ध कराई जाए.

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अधिकारियों को 30 जून तक समय
विभाग की तरफ से अधिकारियों को कहा गया है कि जो बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद की विवादित भूमि है. जिस पर न्यास बोर्ड का कोई विवाद चल रहा है और उसकी जो अतिक्रमण भूमि है. उन सभी की जानकारियां फोटो के साथ उपलब्ध कराई जाए. मंत्री ने कहा कि सभी जिला पदाधिकारियों को 30 जून तक का समय दिया गया है. मंत्री ने कहा कि राज्य वासियों सो मंदिरों और मठों की पूरी जानकारी होनी चाहिे.

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वेबसाइट पर अपलोड होगी सभी जानकारियां
जैसे ही जिलों से सभी जानकारियां उपलब्ध कराई जाएंगी. सभी स्थलों की तस्वीरों के साथ उनका विवरण वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा. सभी कामकाज शुरू हो गए हैं. कोरोना संक्रमण भी अब काफी नियंत्रण में है. ऐसे में यदि 30 जून तक सभी जानकारियां नहीं मिलती है तो फिर से बैठक की जाएगी और विभागीय कार्रवाई की जाएगी.

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बिहार में 15 हजार मठ और मंदिर
बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड की तरफ से मिली जानकारी के अनुसार बिहार में करीब 10 से 15000 मंदिर और मठ हैं लेकिन धार्मिक न्यास बोर्ड (Religious Trust Board) के अंतर्गत करीब 4600 मंदिर और मठ का ही निबंधन है. ऐसे में न्यास बोर्ड के पास ना तो कोई उचित डाटा है और ना ही इन मंदिरों और मठों की संपत्ति का विवरण. इन सभी धार्मिक स्थलों का संरक्षण काफी मुश्किल है. इसलिए विभाग द्वारा जो प्रयास किया जा रहा है वह काफी सराहनीय है.

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