पटनाः राजधानी के पटना विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र की ओर से आगामी सत्र में 4 गुरु दक्षता कार्यक्रम और 10 विषयों में रिफ्रेशर कोर्स (Refresher Course Will Start In Patna University) शुरू किए जाएंगे. इन सबके अलावा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy 2020) के संबंध में कई अतिरिक्त मैसिव ऑनलाइन ओपन कोर्स आयोजित किए जाएंगे. वहीं, शिक्षकों के लिए 7 शॉर्ट टर्म कोर्स की भी शुरुआत होगी, जो 6 दिनों का होगा. इसकी जानकारी पीयू एचआरडी सेंटर के प्रभारी निदेशक डॉक्टर अतुल आदित्य पांडेय ने दी.
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बिहार में एचआरडी के दो सेंटरः डॉ अतुल आदित्य पांडेय ने बताया कि यूजीसी के तत्वाधान में पूरे भारतवर्ष में 66 मानव संसाधन विकास केंद्र खोले गए हैं. इसी के तहत बिहार में एचआरडी के दो सेंटर हैं, पहला पटना विश्वविद्यालय में है और दूसरा बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी मुजफ्फरपुर. यूजीसी के इस एचआरडी सेंटर का दायित्व होता है कि जो हमारे महाविद्यालय और विश्वविद्यालय स्तर के शिक्षक हैं, चाहे वह बिहार के हैं या बिहार के पड़ोसी राज्यों के हैं. उनके लिए रिफ्रेशर कोर्स और गुरु दक्षता कोर्स आयोजित किए जाते हैं.
'गुरु दक्षता कार्यक्रम एक नई टर्मिनोलॉजी है. जिसे पहले ओरियंटेशन या उन्मुखीकरण कार्यक्रम के नाम से जाना जाता था. इस कार्यक्रम का उद्देश्य होता है कि कोई भी शिक्षक जब विश्वविद्यालय या महाविद्यालय में नौकरी के लिए आता है तो उच्च शिक्षण संस्थानों के संबंध में उन्हें विस्तृत जानकारी प्रदान की जाए, उच्च शिक्षा के महत्व के बारे में बताया जाए, उच्च शिक्षण में जो उनके दायित्व है उससे उन्हें परिचित कराया जाए, उन्हें बताया जाए कि अपने विषय से संबंधित बच्चों को पढ़ाने के अलावा विश्वविद्यालय में उनके और क्या कुछ प्रशासनिक दायित्व होते हैं. उन्हें प्रेरित किया जाता है कि एकेडमिक एक्टिविटी से कैसे बच्चों को जोड़ा जाता है'- डॉ अतुल आदित्य पांडेय, प्रभारी निदेशक
28 दिनों का होगा गुरु दक्षता कार्यक्रमः डॉ अतुल आदित्य पांडेय ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 जो प्रधानमंत्री का एक क्रांतिकारी कदम है, कैसे जल्द से जल्द उसके बेसिक इनपुट्स को समझ सके. गुरु दक्षता कार्यक्रम 28 दिनों के लिए आयोजित होता है. इसको लेकर पहले से एचआरडी सेंटर के वेबसाइट से इसे प्रेषित किया जाता है. जो भी शिक्षक इसे ज्वाइन करना चाहते हैं, वह अपने आवेदन दे सकते हैं. यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार गुरु दक्षता कार्यक्रम के एक बैच में अधिकतम 40 शिक्षकों को कंसीडर किया जाता है. मानव संसाधन विकास केंद्र ने यूजीसी को 4 गुरु दक्षता कोर्स कराने की डिमांड भेजी है और स्वीकृति मिलने पर जुलाई से फरवरी के बीच में चार गुरु दक्षता कोर्स आयोजित करा लिए जाएंगे.
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10 विषयों में होंगे रिफ्रेशर कोर्स ः डॉ अतुल आदित्य पांडेय ने बताया कि रिफ्रेशर कोर्स नए सत्र में 10 विषयों में आयोजित किए जाएंगे. बहुत दिनों से पटना विश्वविद्यालय और बिहार में रिफ्रेशर कोर्स आयोजित नहीं किए गए हैं. रिफ्रेशर कोर्स का तात्पर्य होता है कि शिक्षकों को उनके विषय से संबंधित जानकारी और गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाया जाए. उनके सब्जेक्ट में जो कुछ भी नए तकनीक विकसित हो रहे हैं नई जानकारियां सामने आ रही है उससे उन्हें अवगत कराया जाता है. ताकि वह क्लास में बच्चों को विषय से संबंधित अपडेटेड जानकारी दे पाए और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके.
6 दिनों का होगा शॉर्ट टर्म कोर्सः जिन विषयो में रिफ्रेशर कोर्स होगा उनमें भूगोल, भूगर्भशास्त्र, गृह विज्ञान, उर्दू, संस्कृत, राजनीतिशास्त्र, मैथिली को शामिल किया गया है. आपदा प्रबंधन और सूचना एवं प्रौद्योगिकी में भी स्पेशल कोर्स आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए इसके अलावा 6 दिनों के शॉर्ट टर्म कोर्स भी आयोजित किए जाएंगे. जिसमें योग, जेंडर सेंसटाइजेशन, ह्यूमन राइट्स, पब्लिक ड्यूटी जैसे विषय हैं, जिसे एक शिक्षक को आए दिन इससे सामना करना पड़ता है और इसकी जानकारी उन्हें होनी आवश्यक होती है.
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