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भगवान सिंह कुशवाहा 7 अगस्त को JDU में होंगे शामिल, विधानसभा चुनाव से पहले की थी बगावत

जदयू से बागी हुए नेता अब वापस पार्टी में लौट रहे हैं. इनमें नया नाम भगवान सिंह कुशवाहा का है. टिकट नहीं मिला था तो वे बागी होकर लोजपा में शामिल हो गए थे. वे 7 अगस्त को जदयू में शामिल होंगे.

भगवान सिंह कुशवाहा
भगवान सिंह कुशवाहा
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Published : Jul 31, 2021, 1:57 PM IST

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar assembly election 2020) में बागी होकर भोजपुर के जगदीशपुर से चुनाव लड़ने वाले भगवान सिंह कुशवाहा (Bhagwan Singh Kushwaha) 7 अगस्त को फिर से जदयू (JDU) में शामिल हो जाएंगे. नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने हरी झंडी दे दी है. भगवान सिंह कुशवाहा लोजपा (LJP) के टिकट पर चुनाव लड़े थे. खुद तो चुनाव हार गए. एनडीए (NDA) गठबंधन के उम्मीदवार को भी हरा दिया.

यह भी पढ़ें- JDU नेतृत्व में जार्ज-शरद की तलाश कर रहे हैं नीतीश कुमार!

हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद भगवान सिंह कुशवाहा फिर से वापसी की लगातार प्रयास कर रहे थे. वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मुलाकात की थी. हालांकि थोड़ा इंतजार करना पड़ा, लेकिन नीतीश कुमार की भी अब सहमति हो गई है.

जदयू में एक-एक कर बागियों की इंट्री हो रही है. पिछले दिनों बैकुंठपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मनजीत सिंह की घर वापसी हो चुकी है. अब भगवान सिंह कुशवाहा भी 7 अगस्त को जदयू में शामिल हो जाएंगे. नीतीश कुमार लगातार लव-कुश समीकरण को मजबूत करने में लगे हैं. कुशवाहा के सभी बड़े नेताओं को एक-एक कर पार्टी में शामिल करा रहे हैं.

उपेंद्र कुशवाहा को उनकी पार्टी सहित जदयू में शामिल करा लिया गया है. अब भगवान सिंह कुशवाहा की भी बारी है. बता दें कि भगवान सिंह कुशवाहा की शाहाबाद क्षेत्र में कुशवाहा वोट बैंक पर अच्छी पकड़ है. इस बार शाहाबाद क्षेत्र में जदयू का खाता तक नहीं खुला है.

यह भी पढ़ें- RCP सिंह ने दी सहमति तो ललन सिंह का जेडीयू अध्यक्ष बनना तय

भगवान सिंह कुशवाहा जदयू के लिए आने वाले समय में बड़े मददगार हो सकते हैं. भगवान सिंह कुशवाहा ने फोन से बातचीत में कहा है कि 5 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शामिल होने का ऐलान करेंगे. भगवान सिंह कुशवाहा कई दलों में रह चुके हैं. जदयू से आरजेडी में गए थे. फिर आरजेडी से जदयू में शामिल हुए थे. टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी हो गए. इसपर पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. एक अब फिर से तीर थामने वाले हैं.

बता दें कि विधानसभा चुनाव में डेढ़ दर्जन जदयू के नेता बागी हो गए थे. पार्टी ने एक साथ 15 नेताओं को निलंबित किया था. उसमें भगवान सिंह कुशवाहा भी शामिल थे. भगवान सिंह कुशवाहा टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी हो गए और लोजपा की टिकट पर जगदीशपुर से चुनाव लड़े थे. कहा जाता है कि टिकट नहीं देने का फैसला नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के सुझाव पर लिया था.

आरसीपी सिंह के कारण जदयू महिला प्रकोष्ठ की भोजपुर की जिला अध्यक्ष मुखिया सुषुमलता को प्रत्याशी बनाया था. लेकिन सुषुमलता भी चुनाव हार गईं. भगवान सिंह कुशवाहा भी जीत नहीं पाए. इसी तरह ददन सिंह यादव डुमराव से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े थे.

जदयू ने पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा को डुमराव से चुनाव लड़ाया गया था. ददन सिंह यादव के कारण वो भी चुनाव हार गयीं. इसी तरह अन्य बागियों के कारण जदयू और एनडीए के उम्मीदवार चुनाव हारे हैं. हालांकि जदयू में एक-एक कर सभी बागियों की इंट्री हो रही है. भगवान सिंह कुशवाहा का तय हो चुका है. उसके बाद भी कई लोग लाइन में अभी लगे हैं.

यह भी पढ़ें- JDU अध्यक्ष की रेस: 'शनि' देव किसकी कराएंगे ताजपोशी, किसका बिगाड़ेंगे 'खेल'

पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar assembly election 2020) में बागी होकर भोजपुर के जगदीशपुर से चुनाव लड़ने वाले भगवान सिंह कुशवाहा (Bhagwan Singh Kushwaha) 7 अगस्त को फिर से जदयू (JDU) में शामिल हो जाएंगे. नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने हरी झंडी दे दी है. भगवान सिंह कुशवाहा लोजपा (LJP) के टिकट पर चुनाव लड़े थे. खुद तो चुनाव हार गए. एनडीए (NDA) गठबंधन के उम्मीदवार को भी हरा दिया.

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हालांकि विधानसभा चुनाव के बाद भगवान सिंह कुशवाहा फिर से वापसी की लगातार प्रयास कर रहे थे. वशिष्ठ नारायण सिंह से भी मुलाकात की थी. हालांकि थोड़ा इंतजार करना पड़ा, लेकिन नीतीश कुमार की भी अब सहमति हो गई है.

जदयू में एक-एक कर बागियों की इंट्री हो रही है. पिछले दिनों बैकुंठपुर से निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले मनजीत सिंह की घर वापसी हो चुकी है. अब भगवान सिंह कुशवाहा भी 7 अगस्त को जदयू में शामिल हो जाएंगे. नीतीश कुमार लगातार लव-कुश समीकरण को मजबूत करने में लगे हैं. कुशवाहा के सभी बड़े नेताओं को एक-एक कर पार्टी में शामिल करा रहे हैं.

उपेंद्र कुशवाहा को उनकी पार्टी सहित जदयू में शामिल करा लिया गया है. अब भगवान सिंह कुशवाहा की भी बारी है. बता दें कि भगवान सिंह कुशवाहा की शाहाबाद क्षेत्र में कुशवाहा वोट बैंक पर अच्छी पकड़ है. इस बार शाहाबाद क्षेत्र में जदयू का खाता तक नहीं खुला है.

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भगवान सिंह कुशवाहा जदयू के लिए आने वाले समय में बड़े मददगार हो सकते हैं. भगवान सिंह कुशवाहा ने फोन से बातचीत में कहा है कि 5 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शामिल होने का ऐलान करेंगे. भगवान सिंह कुशवाहा कई दलों में रह चुके हैं. जदयू से आरजेडी में गए थे. फिर आरजेडी से जदयू में शामिल हुए थे. टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी हो गए. इसपर पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था. एक अब फिर से तीर थामने वाले हैं.

बता दें कि विधानसभा चुनाव में डेढ़ दर्जन जदयू के नेता बागी हो गए थे. पार्टी ने एक साथ 15 नेताओं को निलंबित किया था. उसमें भगवान सिंह कुशवाहा भी शामिल थे. भगवान सिंह कुशवाहा टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर बागी हो गए और लोजपा की टिकट पर जगदीशपुर से चुनाव लड़े थे. कहा जाता है कि टिकट नहीं देने का फैसला नीतीश कुमार ने आरसीपी सिंह के सुझाव पर लिया था.

आरसीपी सिंह के कारण जदयू महिला प्रकोष्ठ की भोजपुर की जिला अध्यक्ष मुखिया सुषुमलता को प्रत्याशी बनाया था. लेकिन सुषुमलता भी चुनाव हार गईं. भगवान सिंह कुशवाहा भी जीत नहीं पाए. इसी तरह ददन सिंह यादव डुमराव से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े थे.

जदयू ने पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा को डुमराव से चुनाव लड़ाया गया था. ददन सिंह यादव के कारण वो भी चुनाव हार गयीं. इसी तरह अन्य बागियों के कारण जदयू और एनडीए के उम्मीदवार चुनाव हारे हैं. हालांकि जदयू में एक-एक कर सभी बागियों की इंट्री हो रही है. भगवान सिंह कुशवाहा का तय हो चुका है. उसके बाद भी कई लोग लाइन में अभी लगे हैं.

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