पटनाः बिहार सरकार के आला अफसरों की लापरवाही और मनमानी के कारण लगातार कई घटनाएं हो रही है. मंगलवार की देर रात राजधानी के मुख्य सचिवालय के ग्रामीण विकास विभाग में भयंकर आग लग गई. इसे कंट्रोल करने में फायर ब्रिगेड की टीम को तकरीबन 7 घंटे कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इसकी वजह सचिवालय का स्ट्रक्चर बताया जा रहा है.
कई घंटों बाद आग पर पाया गया काबू
फायर ब्रिगेड विभाग के सीनियर कमांडेंट अनिरुद्ध प्रसाद ने बताया कि सचिवालय के कुछ कमरों के नए स्ट्रक्चर की वजह से आग बुझाने के काम में काफी परेशानी हुई. अनिरुद्ध प्रसाद ने कहा कि कई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
पहले सामने की ओर से पानी का छिड़काव किया जा रहा था, लेकिन बीच में दीवार होने की वजह से पानी वहां तक नहीं पहुंच पा रहा था. कई घंटे मशक्कत के बाद आग को बुझाने के लिए ऊपर की ओर से पानी डाला गया. इसके बाद आग पर नियंत्रण पाया गया. -म, सीनियर कमांडेंट, फायर ब्रिगेड
'सरकार को पेश की जाएगी रिपोर्ट'
पटना का आज मुख्य सचिवालय 100 वर्षों से अधिक का हो चुका है. सरकार ने इसे ऐतिहासिक भवन भी घोषित किया है, लेकिन आपात के लिए आदर्श स्थिति सचिवालय के किसी भी गलियारे में नहीं दिखता. फायर ब्रिगेड विभाग के सीनियर कमांडेंट ने कहा कि वे इस संबंध में जल्द ही एक रिपोर्ट सरकार को पेश करेंगे. रिपोर्ट में सभी आदर्श मानव की विस्तृत जानकारी दी जाएगी.
घटनाओं का कारण बनता जा रहा बदलाव
बता दें कि राजधानी स्थित सचिवालय की बुनियादी स्ट्रक्चर में कई बदलाव और कई विस्तार किए गए हैं. कमरों रो खूबसूरत बनाने के लिए लकड़ियों का इस्तेमाल किया गया है तो वहीं कई कॉरिडोर और बरामदे को घेरकर कमरे बना दिए गए हैं. सचिवालय के बुनियादी स्ट्रक्चर में बदलाव कई घटनाओं का कारण बनता जा रहा है.