पटना: बिहार की 5 विधानसभा और 1 लोकसभा सीट पर उपचुनाव संपन्न हो चुका है. सभी राजनीतिक दलों के अपने-अपने दावे हैं. एक ओर जहां राजद महागठबंधन की जीत की बात करती है, तो वहीं जेडीयू एनडीए के तमाम उम्मीदवारों की जीत का दावा कर रही है. इन सब के बीच कांग्रेस अपना अलग ही राग अलाप रही है. कांग्रेस नेता सदानंद सिंह का मानना है कि इस उपचुनाव में बहुत कुछ परिवर्तन नहीं होने वाला. चूकि कम दिनों के लिए विधानसभा के उम्मीदवार का चयन होना था, इसलिए नेताओं ने कम मेहनत की है.
सदानंद सिंह का कहना है कि इस उपचुनाव में कोई खास परिवर्तन नहीं होने वाला है. उनका मानना है कि 5 विधानसभा और एक लोकसभा सीट पर पहले से जिस पार्टी का कब्जा है, इस बार भी वही पार्टी जीतेगी. इसका मुख्य कारण नेताओं द्वारा चुनाव प्रचार में खास मेहनत नहीं करना है. उन्होंने कहा कि सिर्फ महागठबंधन ही नहीं, बल्कि सभी दलों के नेताओं ने उपचुनाव में कोई खास मेहनत नहीं की है.
एनडीए के प्रति काफी गुस्सा- RJD
हालांकि सदानंद सिंह के इस बयान से राजद इत्तेफाक नहीं रखता. राजद विधायक विजय प्रकाश कहते हैं कि जनता में एनडीए के प्रति काफी गुस्सा है. एनडीए के रैली में कई जगहों पर काले झंडे तक दिखाए गए हैं. चुनावी सभाओं में तेजस्वी यादव ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. इनका कहना है कि कम दिनों के लिए विधायक का चयन होना है शायद इसलिए कार्यकर्ताओं में उत्साह की कमी रही होगी. लेकिन सभी सीटों पर महागठबंधन की जीत सुनिश्चित है.
आपदा मंत्री ने किया NDA की जीत का दावा
इधर, आपदा मंत्री लक्ष्मेश्वर राय का कहना है कि इस उपचुनाव में भी विकास सबसे बड़ा मुद्दा रहा है. इन्होंने दावा किया है कि एनडीए के प्रत्याशी जीतेंगे ही नहीं, बल्कि जीत का अंतर काफी बड़ा होगा. लक्ष्मेश्वर राय का मानना है कि जनता ने नीतीश कुमार के नाम पर वोट दिया है. इसलिए समस्तीपुर लोकसभा, सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा, दरौंदा विधानसभा, बेलहर विधान सभा, नाथनगर नगर विधानसभा और किशनगंज विधानसभा की सीट पर एनडीए की जीत तय है.