पटना: बिहार में कोरोना महामारी (Corona Pandemic) की स्थिति सुधरते ही एक बार फिर त्योहारों की खोई रौनक वापस लौट आई है. दशहरा के दौरान बिहार में रौनक (Dussehra Celebration in Bihar) देखने को मिल रही है. हालांकि अभी भी कोरोना का खतरा बरकरार है. ऐसे में सरकार ने कई गाइडलाइन जारी किए हैं. इस वजह से अभी भी कई प्रकार के सार्वजनिक कार्यक्रम, भव्य नाटक मंचन इत्यादि सार्वजनिक स्थानों पर नहीं हो पा रहे हैं.
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पटना के गांधी मैदान में होने वाला रावण दहन का कार्यक्रम पूरे बिहार में लोकप्रिय है. कोरोना के कारण पिछले 2 साल से यह बंद है. पिछले साल पटना के गांधी मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम नहीं हो पाया, लेकिन इस बार पटना में पटना वासियों के लिए रावण दहन का कार्यक्रम किया जा रहा है. इस बार भी यह गांधी मैदान में नहीं हो रहा है. इस बार रावण दहन का कार्यक्रम सांकेतिक रूप से बिहार आर्ट थियेटर (कालिदास रंगालय) के परिसर में होगा.
पटना दशहरा कमेटी के अध्यक्ष कमल नोपानी ने कहा, '64 साल से गांधी मैदान में रावण दहन का कार्यक्रम होता रहा है. पिछले 2 साल से कोरोना की वजह से रावण दहन कार्यक्रम बंद है. पिछले साल रामलीला का मंचन नहीं हो पाया था. दशहरा कमेटी ने पिछले वर्ष मथुरा में जाकर रावण वध कार्यक्रम किया था. इसका वर्चुअल टेलीकास्ट किया गया था.'
कमल नोपानी ने कहा, 'कुछ दिनों पूर्व दशहरा कमेटी की पटना जिला प्रशासन के साथ एक बैठक हुई, जिसमें सांकेतिक रूप से कई मानकों को ध्यान में रखते हुए रावण दहन करने की अनुमति दी गई. इसके लिए दशहरा कमेटी ने बिहार आर्ट थियेटर के कैंपस को सिलेक्ट किया, जिसके बाद जिला प्रशासन ने यहां आकर इसका निरीक्षण किया और अधिकतम 50 लोगों को रावण दहन के दौरान मौजूद रहने की अनुमति दी गई. रावण के पुतले का साइज काफी छोटा रखने और आतिशबाजी नहीं करने का निर्देश दिया गया.'
कमल नोपानी ने कहा, 'जिला प्रशासन के निर्देशानुसार इस बार रावण का पुतला छोटा तैयार किया गया है. इस बार रावण दहन के दौरान तीन नहीं बल्कि चार पुतले का दहन किया जाएगा. चौथा पुतला कोरोना का है. रावण का पुतला 15 फीट, कुंभकरण का पुतला 14 फीट, मेघनाथ का पुतला 13 फीट और कोरोना का पुतला 11 फीट का है.'
"इस बार आतिशबाजी काफी कम और सांकेतिक रूप से होगी. पुतले में काफी कम पटाखे लगाए जाएंगे. रावण वध का कार्यक्रम विजयादशमी के दिन (15 अक्टूबर) शाम 4:30 से 5:30 के बीच किया जाएगा. इस दौरान सिर्फ दशहरा कमेटी के सदस्य ही मौजूद रहेंगे. बाकी लोग वर्चुअल माध्यम से इसे देखेंगे. इसके लिए 1 दिन पूर्व लिंक जारी किया जाएगा और सभी जगह शेयर भी किया जाएगा. इस बार रावण वध के साथ-साथ रामलीला का कार्यक्रम भी 3 दिन का रखा गया है. नवमी के दिन रामलीला का कार्यक्रम शुरू होगा और दसवीं को रावण वध होगा. इसके अगले दिन भरत मिलाप के साथ ही रामलीला कार्यक्रम का समापन हो जाएगा."- कमल नोपानी, अध्यक्ष, पटना दशहरा कमेटी
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