पटना: राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने 2 फरवरी से 28 फरवरी तक पूरे बिहार में नए कृषि कानून के विरोध में किसान चौपाल का आयोजन किया. पार्टी के प्रधान महासचिव निर्मल कुशवाहा ने दावा किया है कि पार्टी ने 10 हजार जगहों पर किसान चौपाल लगाया है. जिसमें 10 लाख से ज्यादा किसान शामिल हुए. इस पर बीजेपी ने कटाक्ष किया है.
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किसान विरोधी है कानून
किसानों का मानना है कि नया कृषि कानून किसान विरोधी है और इसे वापस लेना चाहिए. किसान लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. जबसे हमारी पार्टी ने किसानों को इस कानून को समझाया है किसान और सक्रिय हुए हैं. हमारी पार्टी नए कृषि कानून के वापस होने तक बिहार में आंदोलन करेगी. पार्टी इसको लेकर नए तरीके से कार्यक्रम करेगी. जिसकी घोषणा जल्द होगी.
बीजेपी ने किया कटाक्ष
बीजेपी प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा है कि, रालोसपा के किसान चौपाल में ना ही किसान दिखे, ना ही कार्यकर्ता. किसान चौपाल जरूर लगाया गया. लेकिन उसमें लोगों का काफी अभाव रहा. उन्होंने कहा कि बिहार के किसान नए कानून को अच्छी तरीके से जानते हैं. वे जानते हैं कि कहीं न कहीं से किसानों की आय दोगुनी होगी. इसलिए राष्ट्रीय लोक समता पार्टी बिहार के किसानों को नहीं बरगला सकती है.
उन्होंने कहा कि बिहार के किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के साथ हैं. रालोसपा को चाहिए वो अपने संगठन को मजबूत करें. किसानों को नए कृषि कानून को लेकर बरगलाना बन्द करें. उससे उन्हें कोई फायदा बिहार में नहीं होगा.