पटनाः सीएम फेस को लेकर बीजेपी एमएलसी संजय पासवान के बयान के बाद बिहार की सियासत एक बार से फिर से गरमा गई है. जेडीयू के बाद अब कांग्रेस ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेत्री और सुपौल की पूर्व सांसद रंजीत रंजन ने बीजेपी को बिहार विधानसभा चुनाव में अकेले उतरने की चुनौती दी है.
'बीजेपी को बैसाखी की जरूरत क्यों?'
पूर्व सांसद ने कहा कि यदि बीजेपी को लगता है कि वो अकेले मैदान में उतर सकती है तो उन्हें जरूर जोर-आजमाइश करनी चाहिए. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि मोदी साहब में दमखम है और उनका सीना वाकई 56 इंच का है तो उनको बैसाखी नहीं लेनी चाहिए और चुनाव में अकेले उतरना चाहिए.
'बीजेपी अकेले लगाए दांव'
रंजीत रंजन ने कहा कि बीजेपी के पास अभी जो बिहार की सत्ता है, वो छिनी हुई सत्ता है, दबाव की सत्ता है. बीजेपी ने सत्ता में शामिल होने के लिए नीतीश बाबू पर दबाव बनाया है. पूर्व सांसद ने बीजेपी को ललकारते हुए कहा कि यदि पार्टी में हिम्मत है और बिहारवासियों को देखना चाहती है तो मैं संजय पासवान के बयान का समर्थन करती हूं. अगामी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को अकेले दांव लगाना चाहिए.
क्या कहा था संजय पासवान ने
बीजेपी के विधान पार्षद संजय पासवान ने कहा था कि, 'बिहार के लोग बीजेपी नेता को सीएम के रूप में देखना चाहते हैं. बीजेपी राज्य में सबसे मजबूत और सक्रिय पार्टी है. हम पीएम मोदी और सुशील मोदी के फैसले का पालन करेंगे, लेकिन अकेले चुनाव जीतने में हम सक्षम हैं'.
संजय पासवान ने एक बार फिर से मुख्यमंत्री पद पर बीजेपी की दावेदारी ठोक दी है. उन्होंने कहा है कि जनता अब बीजेपी के किसी पिछड़े वर्ग के नेता को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है. ऐसे में पासवान का बयान बीजेपी और जेडीयू के बीच तल्खी का कारण बन सकता है.