पटनाः समाजवादी आंदोलन के महानायक राम मनोहर लोहिया की आज 54वीं पुण्यतिथि (Lohia 54th death anniversary) है. इस मौके पर बिहार के राज्यपाल फागू चौहान (Phagu chauhan) और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी.
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राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने पटना के कंकड़बाग स्थित लोहिया पार्क में राम मनोहर लोहिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर पार्क में समारोह का आयोजन किया गया. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री किशोर प्रसाद और स्थानीय विधायक भी मौजूद रहे.डिप्टी सीएम ने कहा कि राम मनोहर लोहिया एक महान समाजवादी नेता थे. उन्होंने सड़क से संसद तक आम लोगों की आवाज हमेशा उठाया.
समाजवाद को एक नई परिभाषा देने वाले लोहिया का जन्म 23 मार्च, 1910 को उत्तर प्रदेश के फैजाबाद में अकबरपुर नाम के गांव में हुआ था. 12 अक्टूबर 1967 को उनका निधन हो गया था. जर्मनी से पीएचडी की उपाधि लेने वाले लोहिया ने देश से अंग्रेजी हुकूमत को हटाने की बिगूल फूंक दी थी.
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उन्होंने कहा था "मैं चाहूंगा कि हिंदुस्तान के साधारण लोग अपने अंग्रेजी के अज्ञान पर लजाएं नहीं, बल्कि गर्व करें. इस सामंती भाषा को उन्हीं के लिए छोड़ दें, जिनके मां बाप अगर शरीर से नहीं तो आत्मा से अंग्रेज रहे हैं." स्वतंत्रता संग्राम में दिया योगदान भारतीय राजनीति में गैर कांग्रेसवाद के शिल्पी राममनोहर लोहिया, महात्मा गांधी से प्रेरित थे. उन्होंने स्वतन्त्रता संग्राम में काफी सक्रिय भूमिका निभाई थी.
लोहिया ने भविष्य को ध्यान में रखते हुए कहा था- "मुझे खतरा लगता है कि कहीं सोशलिस्ट पार्टी की हुकूमत में भी ऐसा ना हो जाए कि लड़ने वालों का तो एक गिरोह बने और जब हुकूमत का काम चलाने का वक्त आए तब दूसरा गिरोह आ जाए". लोहिया के विचारों और सिद्धांतों पर आज भी हमारे समाज की बड़ी आबादी चल रही है. लोग उनके विचारों से प्रेरणा लेते हैं. आज उनकी पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें नमन कर रहे हैं.