पटना: राजधानी में 24 घंटे से बारिश तो थम गई है लेकिर यहां हालात बदतर हैं. पूरा शहर झील में तब्दील हो गया है. राजेंद्र नगर हो या पाटलिपुत्र कॉलोनी या फिर कंकड़बाग, इन इलाकों में बाढ़ आ गई है. शहर के बाजार, अस्पताल, दुकान जलमग्न हो चुके हैं. यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है.
ऐसे में पटना के लोगों में राहत कार्य को लेकर सरकार के प्रति गुस्सा है. लोग पूछ रहे है कि कहां हैं सरकार?, पटना के मलाही पकड़ी में तीन से चार फुट पानी भरा है. ईटीवी भारत की टीम जब कंकड़बाग के मलाही पकड़ी इलाके में पहुंची तो वहां के लोग काफी गुस्से में नजर आए. हालांकि यहां प्रशासन की ओर से राहत कैंप लगाया गया है.
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस राहत कार्य के चलाये जाने के बाद भी स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का आरोप है कि उन्हें रेस्क्यू करने के लिए उन से रुपये लिये जाते हैं. यह रुपये नगर निगम की गाड़ी चलाने वाल ड्राइव के द्वारा वसूला जाता है.
लोगों ने लगाया पुलिस पर आरोप
मौके पर मौजूद लोगों ने स्थानीय पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग एनडीआरएफ की मदद नहीं करते जिससे एनडीआरएफ की टीम बैठी हुई हैं. नगर निगम के द्वारा राहत और बचाव कार्य के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं है. वहीं, लोगों ने मौके पर मौजूद पुलिकर्मियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस लोगों की मदद करने के बजाय साइड में बैठकर आराम कर रही है. इन लोगों को पानी में फंसे लोगों की कोई चिंता ही नही है. ये लोग एनडीआरएफ की भी मदद नहीं कर रहे है.