पटना: पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने राहुल गांधी की सांसदी समाप्त किये जाने के मामले पर अपनी प्रतिक्रिया (Ravi Shankar reaction on Rahul) देते हुए कहा कि अगर किसी को कोई अब्यूज करता है उसे भी न्यायालय जाने का अधिकार है. न्यायालय सुनवाई के बाद फैसला देता है. उस फैसले के आधार पर अगर लोकसभा की सदस्यता जाती है तो इसमें किसका दोष है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कहीं से भी किसी को दबाने का काम भारतीय जनता पार्टी नहीं कर रही है.
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विपक्ष को परेशान करने की साजिशः रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मामला कब का है और किस ने मुकदमा किया था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने कोर्ट में जाकर क्यों नहीं माफी मांगी. न्यायपालिका ने जो आदेश दिया है उसके अनुसार ही सब कुछ हो रहा है. जो लोग कह रहे हैं कि विपक्ष को दबाया जा रहा है गलत है. उनसे जब पूछा गया कि तेजस्वी यादव कह रहे हैं कि विपक्ष को परेशान करने की साजिश है. इस पर उन्होंने कहा कि हमने उनके बयान को नहीं सुना है. लेकिन अगर वह इस तरह का बयान दिया यह दुर्भाग्यपूर्ण है.
यूपीए के समय ही बना था नियमः रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जो कुछ हुआ है क्लियर हुआ है. यूपीए के समय ही नियम बना था कि जिसे 2 साल की सजा मिलेगी उसकी सदस्यता जाएगी. सिर्फ राहुल गांधी की ही नहीं 30 से 32लोगों की सदस्यता पूरे देश में गई है. कई विधायकों की सदस्यता गई है. कई पूर्व मुख्यमंत्री का सदस्यता गई है. आज राहुल गांधी सदस्यता गई है तो हायतौबा क्यों मचा रहे हैं.
"राहुल गांधी अगर किसी को अब्यूज करते हैं, किसी को कोई बात कहते हैं और उसके बाद अगर कोई न्यायालय में जाता है और उसके बाद अगर कोई फैसला आता है, उस फैसले पर अगर लोकसभा की सदस्यता जाती है तो इसमें किसका दोष है. न्यायपालिका ने जो आदेश दिया है उसके अनुसार ही सब कुछ हुआ है. जो लोग कह रहे हैं कि विपक्ष को दबाया जा रहा है गलत है."- रविशंकर प्रसाद, बीजेपी सांसद