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पूर्वांचल सांस्कृतिक मेला: मिथिला पेंटिंग के साथ लोगों को पसंद आ रहे पूर्वांचली क्राफ्ट्स

दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिल्ली सरकार की तरफ से 10 से 12 नवंबर के बीच आयोजित पूर्वांचल सांस्कृतिक मेले में पूर्वांचली के गीत-संगीत के अलावा पूर्वांचली संस्कृति के अन्य पहलुओं को भी दर्शाया गया है.

Purvanchal Cultural Fair
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Published : Nov 13, 2019, 1:53 AM IST

नई दिल्ली: राजधानी के कनॉट प्लेस में आयोजित पूर्वांचल सांस्कृतिक मेले में दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली लोग सिर्फ गीत संगीत का आनंद लेने ही नहीं आ रहे, बल्कि पूर्वांचली क्राफ्ट के स्टॉल्स पर भी इनकी अच्छी खासी तादाद देखी जा सकती है. इन स्टॉल्स पर पूर्वांचली कलाकृतियां की भरमार है.

Purvanchal Cultural Fair
ईटीवी भारत से दुकानदारों ने की बातचीत

दुकानदारों ने ईटीवी भारत से की बातचीत
वो चाहे मिथिला पेंटिंग हो या मिट्टी से बने वस्तुओं पर चित्रकारी के जरिए उन्हें आकर्षक रूप देने की बात या फिर जुट या कागज से बनी अद्भुत कलाकृतियां, यहां बिक्री के लिए रखी गई तमाम वस्तुओं को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने उन सभी दुकानदारों से भी बातचीत की, जो इनकी बिक्री कर रहे हैं.

पेश है रिपोर्ट

लोगों को पसंद आ रही पेंटिंग
मिथिला पेंटिंग को अलग-अलग रूपों में प्रदर्शित कर यहां उसकी बिक्री कर रहे रविन्द्र कुमार दास और संजू दास ने बताया कि यहां आने वाले लोगों को यह खूब पसंद आ रहा है और इनकी बिक्री भी खूब हो रही है. वहीं, क्राफ्ट की बिक्री कर रही भारती ने बताया कि हमारा उद्देश्य सिर्फ इनकी बिक्री ही नहीं है, बल्कि दूसरी संस्कृति के लोग भी इस पूर्वांचल संस्कृति के वस्तुओं को देखकर इनसे प्रभावित हों, यह भी हमारे लिए बड़ी बात होगी और हम इसमें सफल होते दिख रहे हैं.

नई दिल्ली: राजधानी के कनॉट प्लेस में आयोजित पूर्वांचल सांस्कृतिक मेले में दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली लोग सिर्फ गीत संगीत का आनंद लेने ही नहीं आ रहे, बल्कि पूर्वांचली क्राफ्ट के स्टॉल्स पर भी इनकी अच्छी खासी तादाद देखी जा सकती है. इन स्टॉल्स पर पूर्वांचली कलाकृतियां की भरमार है.

Purvanchal Cultural Fair
ईटीवी भारत से दुकानदारों ने की बातचीत

दुकानदारों ने ईटीवी भारत से की बातचीत
वो चाहे मिथिला पेंटिंग हो या मिट्टी से बने वस्तुओं पर चित्रकारी के जरिए उन्हें आकर्षक रूप देने की बात या फिर जुट या कागज से बनी अद्भुत कलाकृतियां, यहां बिक्री के लिए रखी गई तमाम वस्तुओं को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने उन सभी दुकानदारों से भी बातचीत की, जो इनकी बिक्री कर रहे हैं.

पेश है रिपोर्ट

लोगों को पसंद आ रही पेंटिंग
मिथिला पेंटिंग को अलग-अलग रूपों में प्रदर्शित कर यहां उसकी बिक्री कर रहे रविन्द्र कुमार दास और संजू दास ने बताया कि यहां आने वाले लोगों को यह खूब पसंद आ रहा है और इनकी बिक्री भी खूब हो रही है. वहीं, क्राफ्ट की बिक्री कर रही भारती ने बताया कि हमारा उद्देश्य सिर्फ इनकी बिक्री ही नहीं है, बल्कि दूसरी संस्कृति के लोग भी इस पूर्वांचल संस्कृति के वस्तुओं को देखकर इनसे प्रभावित हों, यह भी हमारे लिए बड़ी बात होगी और हम इसमें सफल होते दिख रहे हैं.

Intro:दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिल्ली सरकार की तरफ से 10 से 12 नवंबर के बीच आयोजित पूर्वांचल सांस्कृतिक मेले में पूर्वांचली के गीत संगीत के अलावा पूर्वांचली संस्कृति के अन्य पहलुओं को भी दर्शाया गया है इसी में शामिल है पूर्वांचली कलाकृतियों के स्टॉल्स.


Body:नई दिल्ली: कनॉट प्लेस में आयोजित इस पूर्वांचल सांस्कृतिक मेले में दिल्ली में रहने वाले पूर्वांचली लोग सिर्फ गीत संगीत का आनंद लेने ही नहीं आ रहे, बल्कि पूर्वांचली क्राफ्ट के स्टॉल्स पर भी इनकी अच्छी खासी तादाद देखी जा सकती है. इन स्टॉल्स पर पूर्वांचली कलाकृतियां की भरमार है.

वो चाहे मिथिला पेंटिंग हो या मिट्टी ने बने वस्तुओं पर चित्रकारी के जरिए उन्हें आकर्षक रूप देने की बात या फिर जुट या कागज से बनी अद्भुत कलाकृतियां, यहां बिक्री के लिए रखी गई तमाम वस्तुओं को लोग खूब पसंद कर रहे हैं. ईटीवी भारत ने उन सभी दुकानदारों से भी बातचीत की, जो इनकी बिक्री कर रहे हैं.


Conclusion:मिथिला पेंटिंग को अलग-अलग रूपों में प्रदर्शित कर यहां उसकी बिक्री कर रहे रविन्द्र कुमार दास और संजू दास ने बताया कि यहां आने वाले लोगों को यह खूब पसंद आ रहा है और इनकी बिक्री भी खूब हो रही है. क्राफ्ट की बिक्री कर रहीं भारती ने बताया कि हमारा उद्देश्य सिर्फ इनकी बिक्री ही नहीं है, बल्कि दूसरी संस्कृति के लोग भी इस पूर्वांचल संस्कृति के वस्तुओं को देखकर इनसे प्रभावित हों, यह भी हमारे लिए बड़ी बात होगी और हम इसमें सफल होते दिख रहे हैं.
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