पटना: राजधानी पटना स्थित आईजीआईएमएस के नए भवन में पल्मोनरी विभाग (IGIMS Pulmonary Department) को शिफ्ट किया गया है. इसको लेकर आईजीआईएमएस अधीक्षक मनीष मंडल (IGIMS Superintendent Manish Mandal) ने कहा कि कोविड अभी जाने वाला नहीं है, कई तरह के इसके वैरिएंट आने की अभी भी संभावना बनी हुई है. इसको देखते हुए आईजीआईएमएस में अलग से पल्मोनरी विभाग के लिए बिल्डिंग बनाया गया है और उसे वहां शिफ्ट कर दिया गया है.
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मनीष मंडल ने कहा कि फेफड़े और श्वांस की बीमारी जिन मरीजों को है. उसे अलग से उस विभाग में देखा जाएगा और उस बिल्डिंग में एक छत के नीचे ही फेफड़े और सांस की बीमारी वाले मरीजों का इलाज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इससे यह होगा कि जो अन्य विभाग के रोगी हैं, उसे संक्रमण का डर नहीं रहेगा.
अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि अब कोरोना का संक्रमण कम हो गया है. लेकिन आईजीआईएमएस में लगातार मरीज आ रहे हैं. जिन्हें सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलना या श्वास की बीमारी है. उनमें कोविड के लक्षण पाए जाने की ज्यादा संभावना रहती हैं. ऐसे में स्वस्थ्य लोगों को कोविड संक्रमितों से दूर रखने के लिए अस्पताल प्रशासन ने नई बिल्डिंग बनाकर उस विभाग को अलग किया है.
अधीक्षक ने कहा कि बिल्डिंग अलग होने से अन्य मरीज के परिजन या मरीज डॉक्टर या नर्सिंग स्टाफ को काफी सहूलियत होगी. इसके साथ-साथ कोविड फैलने का डर भी कम होगा. उन्होंने कहा कि आईजीआईएमएस में ज्यादा से ज्यादा मरीजों का इलाज हो सके और बाहर से आने वाले मरीज संक्रमित भी नहीं हो, इसीलिए जिन मरीजों में ज्यादा कोविड के चांसेस है उन्हें अलग से इलाज करने का प्रबंध अस्पताल प्रशासन ने कर दिया है.
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