पटना: जदयू (JDU) के प्रदेश कार्यालय में बुधवार को जनसुनवाई कार्यक्रम (Public Hearing Program) का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्रवण कुमार (Minister Shravan Kumar) और ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री जयंत राज (Minister Jayant Raj) शामिल हुए. इस मौके पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) भी उपस्थित थे.
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इस दौरान जदयू कार्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुना गया. इस मौके पर ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्रवण कुमार और ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री जयंत राज ने कई समस्याओं का निपटारा किया. जबकि कुछ समस्याओं के लिए माननीय मंत्रियों द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए.
इस अवसर पर ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि जनसुनवाई कार्यक्रम का मकसद कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुनकर उसका निपटारा किया जाना है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जनता से जो वादा किया था, उसे पूरा करने के लिए सरकार तत्पर है और इसी कारण जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है, जिससे जनता को सीधा लाभ मिल रहा है.
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उन्होंने कहा कि जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा जो समस्याएं बताई जाती है, उस पर कार्रवाई करने के लिए जरूरत के हिसाब से संबंधित पदाधिकारियों को फोन के जरिए भी दिशा-निर्देश दिए जाते हैं, जिससे समस्याओं का निपटारा तेजी से हो रहा है. जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत नल जल योजना और मुकदमे से जुड़ी समस्याओं को पार्टी कार्यकर्ताओं के द्वारा लाया गया था, जिस पर नियम संगत समस्याओं का निपटारा किया गया.
वहीं, इस अवसर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने जनसुनवाई कार्यक्रम को सुचारू ढंग से चलाने पर जोर दिया. उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से जनता को सीधा लाभ मिल रहा है. इसी कारण पार्टी कार्यालय में लगातार जनसुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें विभिन्न विभागों के मंत्रीगण शामिल होकर समस्याओं का त्वरित निपटारा कर रहे हैं. विभागीय कार्य में व्यस्तता होने के कारण उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार उक्त कार्यक्रम में भाग नहीं सके.
बता दें कि 5 साल पहले जदयू के मंत्री भी पार्टी कार्यालय में जनता दरबार लगाते थे लेकिन नीतीश कुमार के जनता दरबार समाप्ति के बाद जदयू के मंत्रियों ने भी पार्टी कार्यालय में आना बंद कर दिया था. अब मुख्यमंत्री के जनता दरबार लगाने के बाद पार्टी की ओर से मंत्रियों को भी कार्यालय में कार्यकर्ताओं और आम लोगों की शिकायतें सुन रहे हैं.