पटना: कोरोना काल में अब निजी शिक्षण संस्थाओं से जुड़े शिक्षकों और कर्मियों की हालत बहुत दयनीय हो गई है. कोरोना की दूसरी लहर के बीच लागू लॉकडाउन में बची खुची जमा पूंजी खत्म हो जाने के कारण उनको जीवन-यापन में परेशानी हो रही है. अपनी मांगों को लेकर रविवार को शिक्षकों ने पटनासिटी में मौन प्रदर्शन किया.
कोरोना महामारी को लेकर लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से प्राइवेट स्कूल बंद हैं. शिक्षकों ने अपनी मांग को लेकर पटनासिटी के मानस पथ पर हाथों में स्लोगन भरी तख्तियां लिए मौन प्रदर्शन किया है. हालांकि, प्रदर्शन कर रहे शिक्षक जो स्लोगन भरी तख्तियां लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. उसमे काफी मात्रा अशुद्धि थी. जिसके बाद सवाल उठने लगा कि जो शिक्षक स्लोगन तक सही से नहीं लिख सकते हैं वो बच्चे को कैसे पढ़ाते होंगे.
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शिक्षकों का कहना है कि कोरोना महामारी के बीच लगाए गए लॉक डाउन की वजह से सबसे ज्यादा परेशानी प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को हो रही है. पिछले वर्ष से लेकर इस समय तक प्राइवेट स्कूल बंद पड़े हुए हैं. इसके कारण शिक्षक भुखमरी के कगार पर आ गए हैं, वहीं, शिक्षकों ने बिहार सरकार से मांग किया है कि जिस तरह से सरकारी स्कूल के शिक्षक समेत अन्य लोगों को सहायता प्रदान की जा रही है. उसी तरह से प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों को भी सहायत दी जाए. ताकि शिक्षक समेत उनके परिवार का भरण पोषण हो सके.