पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय गुरुवार को पटना के एनएमसीएच अस्पताल पहुंचे. यहां उन्होंने पीपीई किट पहनकर मरीजों से मुलाकात की और अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया.
इस दौरान मंत्री ने कहा कि कोरोना जांच के लिए 25 केंद्र बनाए गए है. कोई भी यहां पर जांच करा सकता है. लेकिन इसी दौरान कोरोना जांच कराने के लिए परेशान मरीजों ने उनका घेराव किया. हालांकि, इस दौरान उनके सुरक्षाकर्मियों ने हंगामा कर रहे लोगों को किसी तरह वहां से जबरन हटाया.
घंटो परेशान रहे मरीज
अस्पताल में कोरोना जांच के लिए आए मरीजों ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय की हॉस्पीटल में आने की खबर सुनकर वे काफी खुश थे. लेकिन वे अस्पताल का जायजा लेकर खानापूर्ति कर यहां से चलते बने. लोगों ने बताया कि एनएमसीएच की हालत काफी दयनीय है. यहां पर संक्रमित मरीजों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. कोरोना मरीजों का उचित इलाज नहीं किया जा रहा है. मरीजों को उनके हाल पर भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है.
पीपीई किट पहनकर अस्पताल का लिया जायजा
गौरतलब है कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय गुरुवार को एनएमसीएच पहुंचे हुए थे. इस दौरान उन्होंने पूरे अस्पताल का पीपीई किट पहनकर जायजा लिया. उन्होंने अस्पाताल में भर्ती मरीजों से अस्पताल की व्यवस्था के बारे में जानकारी ली. अस्पताल का जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि अस्पताल के सभी 11 वार्डो में प्रभारी को इलाज की जिम्मेवारी दी गई है. उन्होंने अस्पताल में तीन दिनों के अंदर हेल्प डेस्क भी बनाने के निर्देश दिया है. हेल्प डेस्क के माध्यम से मरीज के साथ-साथ उनके परिजनों की सहायता की जाएगी.
मंगल पांडेय ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना की थोड़ी सी भी लक्षण महसूस हो, तो वे तुरंत पास के जांच केन्द्र जाएं. निर्धारित जांच केन्द्र पर मुफ्त जांच की व्यवस्था की गई है. रैपिड किट जांच माध्यम से उन्हें महज एक या आधे घंटे में रिपोर्ट मिल जाएगी.