पटना : बिहार के विभिन्न जिलों में सरकर के खिलाफ नियोजित शिक्षकों का प्रदर्शन जारी हैं. बेतिया में बिहार पंचायत नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ ने पोखरा चौक नरकटियागंज में काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया. आक्रोशित शिक्षकों ने सरकार पर 15 सालों से लगातार 4 लाख शिक्षकों को अपमानित करने और सेवा शर्त के नाम पर धोखा देने का आरोप लगाया हैं.
नियोजित शिक्षकों का प्रदर्शन
दरभंगा के केवटी प्रखंड मुख्यालय स्थित नवनिर्मित बीआरसी के परिसर में बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले नियोजित शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. शिक्षक प्रशांत कुमार झा ने कहा कि जिस तरह शिक्षक को चयनित वेतनमान दिया गया था. ठीक उसी तरह एक बार फिर सेवा शर्त लेकर शिक्षकों के साथ भेदभाव किया गया है.
खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं शिक्षक
सुपौल में बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत जिले के हजारों नियोजित शिक्षकों ने प्रदर्शन किया. संध के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि 15 वर्षों के लंबे संघर्ष और विगत 78 दिनों के हड़ताल स्थगित करवाते समय सरकार ने शिक्षकों की मांगों को पूरा करने का भरोसा दिलाया था. लेकिन सरकार ने वादे के विपरीत शिक्षक संघ से बिना वार्ता कर जो चाईनीज सेवाशर्त लेकर आई. उस चाईनीज सेवा शर्त से शिक्षक खुद को ठगा और अपमानित महसूस कर रहे हैं.
शिक्षकों ने मनाया राज्यव्यापी संकल्प दिवस
बिहार सरकार की ओर से पारित सेवाशर्त पर बिहार के नियोजित शिक्षकों की नाराजगी लागातार बढती ही जा रही है. नवादा में शिक्षक अब खुलकर सेवाशर्त को शिक्षक विरोधी बताते हुए आंदोलन की राह पर हैं. शोषण मूलक सेवा शर्त के खिलाफ जिले के अकबरपुर के टीईटी शिक्षकों ने राज्यव्यापी संकल्प दिवस मनाया.
इंजीनियरिंग कॉलेज में प्रदर्शन
मोतिहारी में इंजीनियरिंग कॉलेज के अनुबंध पर बहाल शिक्षक अपनी मांगों के समर्थन में आंदोलन किया. इस दौरान उन्होंने हाथों में बैनर पोस्टर लिए लॉकडाउन के कारण कॉलेज परिसर में हीं अपने मांगों के समर्थन में मार्च किया. अनुबंध पर बहाल शिक्षकों के आंदोलन को इंजीनियरिंग कॉलेज के नियमित शिक्षकों का भी समर्थन प्राप्त है.
'शिक्षकों को सीएम ने किया अपमानित'
जमुई में शनिवार को काली पट्टी बांधकर शिक्षकों ने अपने घरों में परिवार के साथ वेदना प्रदर्शित करते हुए अपमान दिवस मनाया. इस मौके पर बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह ने कहा कि शिक्षकों को कई तरह से अपमानित किया जाता हैं.
शिक्षकों ने की सरकार के खिलाफ नारेबाजी
दरभंगा में ललित नारायण मिथिला विवि और कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विवि के अतिथि शिक्षकों ने 3 सितंबर को पटना में अतिथि शिक्षकों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया. उन्होंने राज्य सरकार और विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षकों ने राज्य में नियमित सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति के पहले अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की मांग की.