पटनाः बिहार की राजधानी पटना में बीपीएससी के अभ्यर्थियों ने आज सड़क पर उतरकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. फिलहाल यह प्रदर्शन समाप्त (Protest of BPSC candidates over in Patna ) हो गया है और विरोध कर रहे कुछ छात्रों को बातचीत करने के लिए बुलाया गया है. बीपीएससी 67वीं के प्रीलिम्स परीक्षा में पूछे गए गलत प्रश्नों के अंक को माइनस करके रिवाइज कटऑफ निकालकर फ्रेश रिजल्ट जारी करने की मांग को लेकर बीपीएससी अभ्यर्थी पटना की सड़कों पर उतरे थे.
ये भी पढ़ेंः BPSC 67वीं प्रीलिम्स रिजल्ट में धांधली के खिलाफ अभ्यर्थियों का प्रदर्शन, CBI जांच की मांग
जेपी गोलंबर के पास छात्रों ने किया प्रदर्शनः छात्र नेता दिलीप कुमार की अगुवाई में पटना साइंस कॉलेज से छात्रों का हुजूम निकला और भिखना पहाड़ी होते हुए जेपी गोलंबर तक पहुंचा. प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों को जेपी गोलंबर पर ही पुलिस ने रोक दिया था. छात्र लगभग 2 घंटे तक छात्र जेपी गोलंबर पर बैठे रहे और धरना प्रदर्शन करते रहे. छात्र राजभवन तक कूच करने की तैयारी में थे.इसके बाद छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल, जिसमें आधे दर्जन से अधिक छात्र शामिल रहे उन्हें दंडाधिकारी एमएच खान अपने गाड़ी में बिठा कर ले गए और छात्र नेता दिलीप कुमार के आह्वान पर प्रदर्शन समाप्त हुआ.
मुख्यमंत्री आवास के किसी अधिकारी से बातचीत करने की मांगः छात्र नेता दिलीप ने बताया कि वह मुख्यमंत्री आवास के किसी अधिकारी या फिर मुख्यमंत्री सचिवालय के किसी अधिकारी से मिलकर अपनी बातों को रखना चाहते हैं.इस बात को उन्होंने दंडाधिकारी को भी बताया है. दंडाधिकारी उन्हें उचित अधिकारियों के समक्ष ले जाने की बात कह कर ले जा रहे हैं. उनकी मांग है कि बीपीएससी में परीक्षा नियंत्रक को हटाया जाए और जो भी तीन साल से अधिक आयोग में हैं, उन्हें आयोग से निकाला जाए. दिलीप ने ओएमआर शीट में भी गड़बड़ी किए जाने का मुद्दा उठाया और इस मामले की सीबीआई जांच करने की मांग की.
लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण आंदोलन हुआ: प्रदर्शन में शामिल अभ्यर्थी अर्चना कुमारी ने बताया कि वह सभी अधिकारियों के समक्ष अपनी बातों को रखने के लिए जा रही हैं. पूरी तरह से लोकतांत्रिक तरीके से अपने हक की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्ण आंदोलन किया है. वह गलत प्रश्नों के अंक हटाकर रिवाइज रिजल्ट जारी करने की मांग करती हैं. बीपीएससी में जो गड़बड़ी चल रही है, उसकी सीबीआई जांच करने की उन लोगों की मांग है. साथ ही प्रश्नपत्र लीक में भी बड़ी मछली अभी तक पकड़ से बाहर है. इसलिए निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर सरकार के हस्तक्षेप की मांग करती हैं.
"लगभग आधा दर्जन छात्र-छात्राओं का डेलिगेशन है जो मुख्यमंत्री आवास या मुख्यमंत्री सचिवालय के किसी अधिकारी से मिलकर अपनी बातों को रखेगा और अब यदि आयोग अभ्यर्थियों की आवाज को नहीं सुनता है तो आने वाले दिनों में बिहार के हर गलियों से आंदोलन शुरू हो" - अर्चना कुमारी, छात्रा
छात्रों को बातचीत के लिए ले गए अधिकारीः छात्रों के डेलिगेशन को लेकर निकल रहे मजिस्ट्रेट एमएच खान ने बताया कि सड़क पर काफी देर छात्रों ने प्रदर्शन किया और अपने कई मांगों को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. छात्र मुख्यमंत्री आवास या मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी से मिलकर अपनी बातों को रखना चाहते हैं ऐसे में प्रदर्शन खत्म करा लिया गया है और छात्रों के डेलिगेशन को लेकर अधिकारियों से मिलवाने के लिए ले जाया जा रहा है. अभी तक तय नहीं है कि छात्रों के डेलिगेशन को किन अधिकारियों से मिलाया जाएगा लेकिन उचित अधिकारियों तक छात्रों को जरूर पहुंचा दिया जाएगा.
"मुख्यमंत्री आवास के किसी अधिकारी या फिर मुख्यमंत्री सचिवालय के किसी अधिकारी से मिलकर अपनी बातों को रखना चाहते हैं.इस बात को उन्होंने दंडाधिकारी को भी बताया है. दंडाधिकारी उन्हें उचित अधिकारियों के समक्ष ले जाने की बात कह कर ले जा रहे हैं. उनकी मांग है कि बीपीएससी में परीक्षा नियंत्रक को हटाया जाए" -दिलीप कुमार, छात्र नेता
"छात्र मुख्यमंत्री आवास या मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी से मिलकर अपनी बातों को रखना चाहते हैं ऐसे में प्रदर्शन खत्म करा लिया गया है और छात्रों के डेलिगेशन को लेकर अधिकारियों से मिलवाने के लिए ले जाया जा रहा है. अभी तक तय नहीं है कि छात्रों के डेलिगेशन को किन अधिकारियों से मिलाया जाएगा लेकिन उचित अधिकारियों तक छात्रों को जरूर पहुंचा दिया जाएगा"-एमएच खान, मजिस्ट्रेट