पटना: जिले के बाढ़ नगर परिषद में आरोप- प्रत्यारोप का दौर जारी है. कार्यपालक पदाधिकारी के विरोध में नगर परिषद लोग पांच दिनों से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें वार्ड पार्षदों के साथ सफाईकर्मी भी शामिल हैं.
विरोध में अनिश्चितकालीन धरना
जहां वार्ड पार्षद कार्यपालक पदाधिकारी के ट्रांसफर की मांग कर रहे हैं. वहीं सफाईकर्मी वेतन वृद्धि की मांग सहित बकाया वेतन की मांग कर रहे हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब पक्ष-विपक्ष से लेकर अध्यक्ष तक कार्यपालक पदाधिकारी के विरोध में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं.
विकास की गति बिल्कुल धीमी
9 महीने पहले कार्यपालक पदाधिकारी जया ने पदभार संभाला था. इसके साथ ही विरोध का दौर चलता रहा. जिससे यहां विकास की गति बिल्कुल धीमी हो गई. मुख्य पार्षद शकुंतला देवी ने बताया कि धरने के पांच दिन हो जाने के बाद भी कोई बड़ा अधिकारी उनसे मिलने नहीं पहुंचा.
'बेबुनियाद आरोप'
कार्यपालक पदाधिकारी जया ने बताया कि 9 महीने में उन्होंने जो भी काम किए हैं उसकी लिस्ट उपलब्ध करा दी गई है. कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा कि उनपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद है.