पटना: कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर, कोरोना से संबंधित दवाइयों की कालाबाजारी के साथ-साथ वे एम्बुलेंस चालक जो कि इस महामारी के समय में अधिक पैसे वसूल रहे हैं, इन सब के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. कालाबाजारी के खिलाफ आर्थिक अपराध इकाई की नजर अब उन धंधेबाजो के संपत्ति पर है जो इस महामारी में कालाबाजारी कर रहे हैं. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार कालाबाजारी से अर्जित अभियुक्तों की संपत्ति भी जांच करने की कार्रवाई जल्द शुरू की जाएगी और दोषी पाए जाने पर उनकी संपत्ति जब्त की जाएगी.
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पिछले दिनों कई गिरोह का हुआ पर्दाफाश
आपको बता दें कि कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी और एंबुलेंस चालकों के द्वारा मनमाना किराया वसूलने को लेकर आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पिछले दिनों कई मामलों का खुलासा किया गया है. आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार करीबन डेढ़ दर्जन अपराधियों को कालाबाजारी करते गिरफ्तार किया गया है. राजधानी पटना के गांधी मैदान, कंकड़बाग और राजीव नगर थाना अंतर्गत मामले भी दर्ज करवाए गए हैं.
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दिल्ली पुलिस के सहयोग से बड़ी कार्रवाई
आर्थिक अपराध इकाई के सहयोग से दिल्ली पुलिस द्वारा राजधानी पटना और बाढ़ में ऑक्सीजन के नाम पर ठगी करने वाले लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है. पिछले दिनों ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर कालाबाजारी करने वाले 9 लोगों के गिरोह का पर्दाफाश किया गया था. कालाबाजारी एवं अवैध भंडारण पर रोकथाम लगाने के लिए आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पुलिस उपाधीक्षक के नेतृत्व में 2 विशेष टीमों का भी गठन किया गया है. साथ ही साथ 24 घंटा चलने वाली नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. जिसमें अब तक 80 से 100 विभिन्न प्रकार की सूचनाएं प्राप्त हुई है, जिसके आधार पर छापेमारी की गई है. मिली जानकारी के अनुसार अब तक आर्थिक अपराध इकाई द्वारा 283 छापेमारी करते हुए 10 कांड दर्ज किए गए एवं 17 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, इस कार्रवाई में 346 ऑक्सीजन सिलेंडर बरामद किया गया है.