पटना: बिहार में पंचायत चुनाव (Panchayat Election) चल रहा है. इस दौरान शराब माफिया काफी सक्रिय हो गए हैं, क्योंकि चुनाव के दौरान मतदाताओं को लुभाने के लिए अक्सर शराब बांटी जाती है. लिहाजा मद्य निषेध विभाग (Prohibition Departmen) ने भी मुस्तैदी बढ़ा दी है. विभागीय मंत्री सुनील कुमार (Sunil Kumar) ने कहा कि हमारी टीम इसको लेकर पूरी सक्रियता से काम कर रही है.
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दरअसल, पंचायत चुनाव में देखा जाता है कि प्रत्याशी जनता के बीच शराबी वितरण करते हैं. वैसे लोग जो शराब पीते हैं, उन को शराब पिलाकर के वोट के लिए रिझाते हैं. पंचायत चुनाव के बिगुल बजने के साथ ही विभाग के पुलिस प्रशासन पूरी तरह जांच अभियान जारी रखा है. सीमावर्ती इलाका हो या चेक पोस्ट हर जगह चेकिंग बढ़ा दी गई है. लगातार शराब भी बरामद की जा रही है. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान मद्य निषेध विभाग के मंत्री सुनील कुमार ने बताया कि पंचायत चुनाव को लेकर के विभाग पूरी तरह से एक्टिव है. तीसरे चरण का चुनाव 8 अक्टूबर को होना है. लिहाजा जहां भी मतदान होना है, वहां हमारी टीम पूरी तरह सक्रिय है.
मंत्री ने बताया कि मद्य निषेध विभाग और पुलिस प्रशासन समन्वय बनाकर राज्य के विभिन्न इलाकों में शराब कारोबारियों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. जो लोग भी शराब के अवैध कारोबार में लिप्त हैं, उनकी गिरफ्तार भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि बॉर्डर एरिया पर सघन जांच की जा रही है.
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सुनील कुमार ने कहा कि राज्य में पूरी तरह से मद्य निषेध विभाग सक्रिय है. खास कर जहां-जहां चुनाव हो रहे हैं, वहां पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने ज्यादा से ज्यादा गिरफ्तारी होने की उम्मीद जताई है. लिहाजा कुल मिलाकर कह सकते हैं कि राज्य निर्वाचन आयोग के साथ-साथ राज्य के पुलिस और मद्य निषेध विभाग पंचायत चुनाव को निष्पक्ष और स्वतंत्र पूर्वक कराने को लेकर पूरी तरह से तैयार है. शराब के खिलाफ विशेष अभियान मद्य निषेध विभाग के द्वारा चलाया जा रहा है.