पटनाः मानहानि के एक मामले में आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के नाम प्रोडक्शन वारंट जारी किया गया है. इस मामले में उन्हें 2 दिसंबर 2019 को एमपी एमएलए कोर्ट में पेशी देनी होगी. यह वारंट पटना के एमपी एमएलए कोर्ट के विशेष न्यायाधीश राजीव नयन ने जारी किया है.
2017 में दायर हुआ था मुकदमा
दरअसल, रिटायर्ड अधिकारी उदयकांत मिश्रा ने लालू प्रसाद पर मानहानि का मुकदमा वर्ष 2017 में ही दायर किया था. राजद सुप्रीम के खिलाफ मानहानि का ये आपराधिक मुकदमा एमपी एमएलए कोर्ट में चल रहा है. जिसमें पेशी के लिए विशेष कोर्ट ने प्रोडक्शन वारंट जारी कर रांची के बिरसा मुंडा जेल भेजा है. 2 दिसंबर को लालू प्रसाद यादव को पटना के विशेष कोर्ट में पेश होना होगा.
रिटायर्ड अधिकारी पर की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
बता दें कि लालू प्रसाद यादव ने भागलपुर की एक सार्वजिनक सभा में रिटायर्ड अधिकारी उदयकांत मिश्रा और उनके परिवार पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. वादी ने यह मामला सृजन घोटाला में उन्हें बदनाम करने के आरोप में दर्ज कराया था. जिसमें कोर्ट ने संज्ञान लिया है और पेशी के लिए प्रोडक्शन वारंट जारी कर रांची के बिरसा मुंडा जेल भेजा गया.
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लालू यादव कई बीमारियों से हैं पीड़ित
बता दें कि लालू यादव चारा घोटाला मामले में रांची के बिरसा मुंडा जेल में सजायाफता हैं. हांलाकि इसी साल जुलाई में लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट ने देवघर कोषागार से अवैध निकासी के मामले में जमानत दे दी है. लेकिन कई अन्य मामले में अभी भी वह सजा काट रहे हैं. समय-समय पर तैबियत बिगड़ जाने के कारण उनको इलाज के लिए रांची के रिम्स में रखा गया है. लालू यादव डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और किडनी संबंधित कई बीमारियों से पीड़ित हैं.
क्या होता है प्रोडक्शन वारंट
अगर एक मुकदमे में कोई अभियुक्त पहले से ही एक जेल में कैदी है (या तो राज्य के अंदर या राज्य के बाहर) तो ट्रायल जज उस कैदी को औपचारिक रूप से अदालत में पेश करने के लिए वारंट जारी करता है. इस वारंट को प्रोडक्शन वारंट कहा जाता है.