पटना: शिक्षा विभाग ने आखिरकार बिहार के सरकारी स्कूलों में स्थाई प्राचार्य नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. विभाग ने हेड मास्टर में प्रोन्नति के लिए एक सात सदस्यीय कमेटी बनाई है. कमिटी को एक महीने के अंदर अपनी रिपोर्ट सौंपनी है. दरअसल बिहार की क्लास 6 से लेकर क्लास बारहवीं तक के करीब 37000 सरकारी स्कूलों में हेड मास्टर की कमी है.
प्रोन्नति कमिटी का अध्यक्ष
इनमें से 20 हजार से ज्यादा स्कूल फिलहाल प्रभारी प्राचार्य के हवाले हैं. शिक्षा विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक विभाग के अपर सचिव गिरिवर दयाल सिंह को प्रोन्नति कमिटी का अध्यक्ष बनाया गया है.
कई सदस्य शामिल
कमिटी के अन्य सदस्यों में माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक चंद्रशेखर शर्मा और अमित कुमार, प्राथमिक उपनिदेशक प्रभात कुमार पंकज और उर्मिला कुमारी शामिल हैं. इनके अलावा पूर्व संयुक्त निदेशक आर.एस सिंह और सेवानिवृत्त अधिकारी राजीव रंजन प्रसाद को इस समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है.
सीमा और योग्यता का निर्धारण
यह कमिटी प्राचार्य के पद पर प्रोन्नति और सीधी नियुक्ति के लिए समय सीमा और योग्यता का निर्धारण करेगी. प्रमोशन और डायरेक्ट अपॉइंटमेंट के लिए पैनल का निर्धारण भी कमिटी करेगी. इसके साथ ही प्रमोशन और डायरेक्ट रिक्रूटमेंट के लिए प्रतियोगिता परीक्षा या सीमित परीक्षा के विकल्पों पर प्रस्ताव देगी.
शिक्षा विभाग को सौंपी जाएगी रिपोर्ट
शिक्षा विभाग की योजना है कि योग्य शिक्षकों को हेड मास्टर के पद पर प्रमोशन मिले, इसके लिए बनाई गई कमिटी 27 दिसंबर से पहले अपनी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपेगी. प्रावधान के मुताबिक 50% पदों पर प्रमंडलीय संवर्ग के सहायक शिक्षकों की प्रोन्नति से प्राचार्य का पद भरने का प्रावधान किया गया है.