पटना: बिहार में हाल के दिनों में हुए अपराध में राजधानी पटना के बेउर जेल (Patna Beur Jail) में बंद कैदियों के हाथ होने के कई मामले सामने आए हैं. जेल में बंद ये अपराधी जेल के अंदर बैठकर पूरे बिहार में जघन्य अपराधों को अंजाम देते हैं. ये कुख्यात जेल के बाहर पुलिस की निगाह से बचकर घूम रहे अपने ग्रुप के अपराधी साथियों से मिलकर बड़ी-बड़ी घटनाओं को जेल के अंदर से बैठकर अंजाम दिलाते हैं.
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कैदी दिलाते हैं आपराधिकर घटनाओं को अंजाम : पुलिस अनुसंधान में यह बातें हाल के दिनों में खुलकर सामने आई है. इन क्रिमनलों का मुख्य सूत्रधार इनसे मिलने आने वाले मुलाकात ही होते हैं. पटना एसएसपी ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए कहा कि न्यायालय में आने वाले मुलाकातियों को मानव संचालन प्रक्रिया के अंतर्गत इंटीग्रेट करके ऐसे मामलों पर रोक लगाई जा सकती है. पटना एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो (Patna SSP Manavjit Singh Dhillon) ने इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आम लोगों में एक सामान्य अवधारणा रहती है कि जेल में बैठे अपराधी सारी आपराधिक गतिविधियों को जेल में बैठकर फोन के द्वारा अंजाम दे रहे हैं.
'हाल के दिनों में पकड़े गए कुछ वांछित अपराधियों ने पुलिस के समक्ष यह खुलासा किया है कि जेल से जब वह पेशी के लिए कोर्ट में पहुंचते हैं, तब वहां मिलने पहुंचे उनके मुलाकाती ही आपराधिक घटनाओं को अंजमा देते थे. अपराधियों से मिलने आने वाले मुलाकाती ही जेल से कोर्ट पहुंचे इन अपराधी से आपराधिक गतिविधियों की जानकारी ले ली और उसके बाद काइम को अंजाम दे दिया.' - डॉ मानवजीत सिंह ढिल्लो, पटना एसएसपी
पटना SSP ने किया खुलासा : पटना के बेउर जेल की बात की जाए तो यह जेल बड़े-बड़े अपराधियों के लिए सुरक्षित पनाहगार माना जाता है. यहां बैठकर अपराधी अपने तमाम आपराधिक घटनाओं को अपने गुर्गों से अंजाम दिलवाते है. हालांकि मामला प्रकाश में आने के बाद जेल में बंद इन अपराधियों के सेल में छापेमारी कर कई बार मोबाइल और कई आपत्तिजनक सामानों को भी बरामद किया गया है, फिर भी इस तरह की मामलों में कोई कमी नहीं आ रही है.