पटना: बिहार में भोजपुरी, मैथिली और अन्य आंचलिक भाषाओं में बच्चों की पढ़ाई हो इसकी मांग लंबे समय से होती रही है. कई बार विधानसभा में इसको लेकर सवाल भी पूछा गया. पिछले दिनों मैथिली को लेकर भी बीजेपी के सदस्यों की तरफ से सवाल लाया गया था. शिक्षा मंत्री ने टालमटोल सा जवाब दिया था. लेकिन शिक्षा बजट पर चर्चा के बाद शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बड़ी घोषणा की.
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आंचलिक भाषाओं में बच्चों की शिक्षा
प्राथमिक स्तर पर आंचलिक भाषाओं में भी पढ़ाई होगी. मैथिली, भोजपुरी, मगही सहित अन्य भाषाओं में अब बच्चों को शिक्षा दी जाएगी. सरकार के इस फैसले का सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तारीफ कर रहा है.
'सरकार का यह दूरदर्शी फैसला'
जदयू की विधायक शालिनी मिश्रा का कहना है कि सरकार का यह दूरदर्शी फैसला है. वहीं, आरजेडी की विधायक संगीता कुमारी का कहना है कि आंचलिक भाषाओं में पढ़ाई कराने का सरकार का फैसला सही है.
संरक्षित होगी आंचलिक भाषाएं
आंचलिक भाषा में पढ़ाई हो इसको लेकर कई स्तर पर आवाज उठती रही है. हालांकि सरकार का रवैया टालमटोल वाला ही रहा है. लेकिन अब विधानसभा में सरकार ने आंचलिक भाषाओं में पढ़ाई की घोषणा की है. ऐसे में आंचलिक भाषाओं को सुरक्षित और संरक्षित करने में मदद तो मिलेगी ही, इन भाषाओं का विकास भी होगा और बच्चे जल्दी से चीजों को समझ भी पाएंगे.