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इको टूरिज्म पॉलिसी पर CM के समक्ष दिया गया प्रस्तुतीकरण, बोले नीतीश- बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर - नीतीश कुमार की बैठक

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के समक्ष आज एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से इको टूरिज्म पॉलिसी से संबंधित प्रस्तुतीकरण दिया गया. इस दौरान सीएम ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार लगातार काम कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

Presentation of Eco Tourism Policy in front of CM through video conferencing
Presentation of Eco Tourism Policy in front of CM through video conferencing
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Published : Sep 1, 2021, 9:56 PM IST

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के समक्ष आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (Climate Change Department) ने प्रस्तुतीकरण दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में किए जा रहे इको टूरिज्म पॉलिसी (Eco Tourism Policy) से संबंधित प्रस्तुतीकरण को ध्यान से देखा.

यह भी पढ़ें - CM नीतीश के बाढ़ ग्रस्त इलाकों के दौरे को LJP ने बताया 'टूरिज्म', कहा- जल्द हो सर्वदलीय बैठक

इस कार्यक्रम में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने इको टूरिज्म पॉलिसी से संबंधित प्रस्तुतीकरण में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने को लेकर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने इको टूरिज्म प्लान, इंप्लीमेंटेशन स्ट्रेटजी आदि के संबंध में जानकारी दी.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हम लोगों ने कई कदम उठाये हैं. राज्य में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म पॉलिसी बनायी जा रही है. इससे राज्य के लोगों में पर्यावरण और जीव जंतुओं के संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ेगी और प्रकृति का संरक्षण भी बेहतर तरीके से होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जैव विविधता, परंपरागत ज्ञान एवं हेरिटेज को भी सुरक्षित रखना है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रकृति से सामंजस्य रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है. इस बात का ध्यान रखना है कि पक्षी को किसी प्रकार से नुकसान न हो. इको टूरिजम के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी. इको टूरिज्म का प्रबंधन और मेंटेनेंस विभाग अपने द्वारा ही करें. अधिकारी विशेषज्ञों के साथ जाकर जमीनी मुआयना भी करें और वहां की परिस्थिति के अनुसार व्यवहारिक चीजों पर गौर करते हुए इको टूरिज्म के विकास पर काम करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकिनगर अपने आप में यूनिक जगह है. जहां एक तरफ गंडक नदी है तो दूसरी तरफ वन और पहाड़ है. यह इको टूरिज्म का बेहतर स्थल बनेगा. वाल्मीकिनगर पहुंचने के लिए आवागमन सुगम बनाया गया है. वहां लोगों के रहने के साथ ही मनोरंजन की अन्य गतिविधियों की भी व्यवस्था की जा रही है.

सीएम नीतीश ने कहा कि वाल्मीकिनगर में एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी कराया जाएगा जहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने में सहुलियत हो जाएगी. इको टूरिजम के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी.

यह भी पढ़ें - रोजगार सृजन में बिहार के पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका है- CM नीतीश

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के समक्ष आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग (Climate Change Department) ने प्रस्तुतीकरण दिया है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य में किए जा रहे इको टूरिज्म पॉलिसी (Eco Tourism Policy) से संबंधित प्रस्तुतीकरण को ध्यान से देखा.

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इस कार्यक्रम में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने इको टूरिज्म पॉलिसी से संबंधित प्रस्तुतीकरण में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने को लेकर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने इको टूरिज्म प्लान, इंप्लीमेंटेशन स्ट्रेटजी आदि के संबंध में जानकारी दी.

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम विभाग के अधिकारियों द्वारा प्रस्तुत किए गए प्रस्तुतीकरण को देखने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को लेकर हम लोगों ने कई कदम उठाये हैं. राज्य में इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए इको टूरिज्म पॉलिसी बनायी जा रही है. इससे राज्य के लोगों में पर्यावरण और जीव जंतुओं के संरक्षण के प्रति जागरुकता बढ़ेगी और प्रकृति का संरक्षण भी बेहतर तरीके से होगा. साथ ही उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जैव विविधता, परंपरागत ज्ञान एवं हेरिटेज को भी सुरक्षित रखना है.

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि प्रकृति से सामंजस्य रखते हुए पर्यटन को बढ़ावा देना है. इस बात का ध्यान रखना है कि पक्षी को किसी प्रकार से नुकसान न हो. इको टूरिजम के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी. इको टूरिज्म का प्रबंधन और मेंटेनेंस विभाग अपने द्वारा ही करें. अधिकारी विशेषज्ञों के साथ जाकर जमीनी मुआयना भी करें और वहां की परिस्थिति के अनुसार व्यवहारिक चीजों पर गौर करते हुए इको टूरिज्म के विकास पर काम करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि वाल्मीकिनगर अपने आप में यूनिक जगह है. जहां एक तरफ गंडक नदी है तो दूसरी तरफ वन और पहाड़ है. यह इको टूरिज्म का बेहतर स्थल बनेगा. वाल्मीकिनगर पहुंचने के लिए आवागमन सुगम बनाया गया है. वहां लोगों के रहने के साथ ही मनोरंजन की अन्य गतिविधियों की भी व्यवस्था की जा रही है.

सीएम नीतीश ने कहा कि वाल्मीकिनगर में एक कन्वेंशन सेंटर का निर्माण भी कराया जाएगा जहां कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने में सहुलियत हो जाएगी. इको टूरिजम के विकास से राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या तो बढ़ेगी ही, साथ ही स्थानीय लोगों की आमदनी भी बढ़ेगी.

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