पटना: लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा को लेकर गंगा घाटों की मरम्मती का कार्य जिला प्रशासन की तरफ से लगभग पूरा हो गया है. बरसात बाद से जिन घाटों पर ज्यादा दलदल हो गई है, उन घाटों को प्रतिबंधित घोषित कर दिया गया है. वहीं जिन घाटों पर छठ पूजा होना है, उन घाटों पर लगातार जिला प्रशासन के सहयोग से निगम के कर्मी सफाई अभियान के साथ-साथ लोग अधिक पानी में ना जाएं इसके लिए लकड़ी से बैरिकेडिंग कर रहे हैं.. वहीं छठ व्रतियों के लिए चेंजिंग रूम भी बनाया गया है.
महापर्व छठ पूजा इस बार कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच मनाया जा रहा है. इस पर्व को लेकर लगातार जिला प्रशासन और सरकार की तरफ से नए-नए गाइडलाइंस भी जारी किए जा रहे हैं. 4 दिनों का होने वाला अनुष्ठान महापर्व आज नहाय खाय से शुरू हो रहा है. छठ घाटों पर अधिक भीड़ इकट्ठा ना हो इसके लिए जिला प्रशासन लोगों से अनुरोध भी कर रहा है कि वह संक्रमण के खतरे को देखते हुए पर्व के दौरान भीड़-भाड़ में जाने से बचें. यदि किसी छठ व्रती के घर पर व्रत करने की सुविधा हो तो, वे लोग घर पर ही व्रत करें. नगर निगम उन्हें घर बैठे गंगाजल उपलब्ध करा देगा.
ईटीवी भारत ने की पड़ताल
छठ घाटों की तैयारी में निगम और जिला प्रशासन पूरी तरह से जुटा हुआ है. घाटों की मरम्मती का कार्य लगभग पूरा भी हो चुका है. जो भी छठ व्रती गंगा घाटों पर आएं उन्हें किसी भी तरह की परेशानी ना हो इसके लिए पूरी तरह से जिला प्रशासन नगर निगम और छठ पूजा समिति के कार्यकर्ता लगातार कार्य कर रहे हैं. घाटों की सफाई व्रतियों के लिए कपड़ा बदलने के लिए चेंजिंग रूम, रोशनी के लिए लाइट की व्यवस्था और साथ ही साथ लोग अधिक गहरे पानी में ना जाएं इसके लिए नदी में भी बैरिकेडिंग की गई है. जिला प्रशासन की तरफ से गंगा घाटों पर हो रही तैयारी को लेकर ईटीवी भारत की टीम पड़ताल पर निकली. बंसी घाट से गांधी घाट तक हो रहे तैयारी का जायजा लिया.
छठ घाटों का पड़ताल
- बंसी घाट
- कालीघाट
- विश्वविद्यालय घाट
- कृष्णा घाट
- गांधी घाट
इन सभी घाटों पर जिला प्रशासन की तरफ से तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है.
पूजा समिति के सदस्यों की सहयोग
छठ पूजा समिति के सदस्य इंजीनियर करण गोयल का कहना है कि समिति की तरफ से जिला प्रशासन का सहयोग किया जा रहा है. जो भी छठ व्रती गंगा घाटों पर आएंगे, उन्हें पहले घाट के बाहर ही सैनिटाइज और मास्क भी उपलब्ध कराया जाएगा. वहीं पूजा समिति के सदस्य बताते हैं कि जिला प्रशासन के तरफ से अभी हमें कोई सहयोग नहीं मिल रहा है. इसके बावजूद भी हम लोग कार्यरत हैं और व्रतियों के लिए लगातार कार्य भी कर रहे हैं.
प्रशासन की अपील
बता दें कि नहाय खाय के साथ चार दिनों तक मनाए जाने वाला लोक आस्था का महापर्व की शुरुआत हो चुकी है. बंसी घाट से गांधी घाट के बीच लगभग 25 से 30 हजार छठ व्रती आते हैं. इस साल इतनी भीड़ इकट्ठा ना हो इसके लिए जिला प्रशासन लोगों से अपील भी कर रहा है कि लोग भीड़ से बचें. यदि छठ व्रतियों को घर में छठ पूजा करने की व्यवस्था है तो वह अपने घर में ही छठ करें क्योंकि अभी संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है.आप भी संक्रमित ना हो जाएं इसके लिए व्रती घर में ही छठ पूजा करें.