पटना: भारत की 130 करोड़ आबादी के सिर पर मंडरा रहे कोरोना संकट से बचने के लिए केंद्र सरकार ने देशभर में लॉकडाउन कर रखा है. इसका असर केवल आमजनजीवन पर ही नहीं बल्कि लोगों की आस्था और पूजा-पाठ पर भी देखने को मिल रही है. 2 अप्रैल को रामनवमी है. इसको लेकर तैयारियां तो की जा रही है. लेकिन, बाजार में इसको लेकर हर साल की अपेक्षा कम चहल-पहल देखने को मिल रही है.
'बाजार में कम रही चहल-पहल'
इसको लेकर जब ईटीवी संवाददाता ने राजधानी स्थित बांस धाट का मुआयना किया तो रामनवमी को लेकर बाजार तो सजा हुआ था. लेकिन, पिछले साल की तरह बाजर में चहल-पहल ना के बराबर थी. लोग अपने घरों से कम निकल रहें हैं. इसको लेकर जिला प्रशासन ने भी कई हिदायते दी है. बता दें कि पटना में हर साल रामनवनमी के अवसर पर विभिन्न समितियां भव्य झांकी निकाला करती थी. लेकिन, इस बार लॉकडाउन के कारण सभी कार्यक्रमों को एहतियात के तौर पर रद्द कर दी गई है.
बिहार में बढ़ रहा कोरोना का प्रकोप
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण के लिए पीएम मोदी ने पूरे देश में लॉक डाउन करने का आदेश जारी किया गया है. जिला प्रशासन राजधानी पटना में पूरी सख्ती से लॉक डाउन का पालन करवा रही है. बता दें कि देश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 मार्च को रात 12 बजे से पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन घोषित किया था. पूरे देशभर में लॉक डाउन 14 अप्रैल तक लागू रहेगा. देश में कोरोना से संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. पूरे देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 13 सौ की संख्या को पार कर चुका है. इस वायरस के दंश से लगभग 35 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, प्रदेश में कोरोना के 23 मामले पॉजिटिव पाए गए है. जबकि, इस वायरस के कारण 1 की मौत हो चुकी है.